4 दिन पहले गोरेगांव के एक नाले में गिरे दिव्यांश का अभी तक कोी पता नहीं चल सका है। बचाव दल अभी भी जांच अभियान में जुटा हुआ है। दिव्यांश का कोई सुराग खोज पाने में असफल फायर ब्रिगेड, महानगर पालिका, मुम्बई पुलिस और NDRF ने सर्च और रेस्क्यू आपरेशन 3 दिन बाद बंद कर दिया था। हालांकी स्थानिय लोग और परिवार के दबाव के कारण महानगर पालिका ने एक बार फिर से जांच अभियान शुरु किया।
दो साल का दिव्यांश 10 जुलाई की रात में अपने घर के पास ही खुले गटर में गिर गया था। जिसके बाद से ही उसकी खोजबीन शुरु है। दुखी पिता ने बताया कि गटर 5 साल से खुला पड़ा है। इस हादसे के बाद बीएमसी की लापरवाही पर एक बार फिर सवाल उठा है। विपक्षी पार्टियों ने भी बीएमसी को आड़े हाथों लिया।
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