बुधवार 27 जुलाई को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने मीडिया से बातचीत में बताया कि कैबिनेट की बैठक में पूरे राज्य में राजनीतिक और सामाजिक आंदोलन में मार्च 2022 तक सभी मामलों को वापस लेने का निर्णय लिया गया है। यह गणेश उत्सव और दही हांडी को ध्यान में रखकर किया गया जाएगा।
इसके साथ ही उन्होने इस बात का भी ऐलान क्योंकि कोरोना काल ने COVID-19 दिशानिर्देशों के उल्लंघन के मामलों को भी वापस लिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग मंकीपॉक्स (Monkeypox) के लिए अलर्ट पर है और उसी के संबंध में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
फिलहाल एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस को केबिनेट विस्तार को लेकर विपक्ष से आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने 30 जून को शपथ ली थी।
कयास लगाए जा रहे थे कि शिंदे के कैबिनेट विस्तार पर चर्चा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए बुधवार शाम एकनाथ शिंदे दिल्ली जाएंगे, हालांकि उनकी ये मुलाकात रद्द हो गई। जिसके कारण मंत्रिमंडल के विस्तार में और लंबा समय लगने की आशंका लगाई जा रही है।
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