मुंबई में बढ़ते कोरोना मरीजों की पृष्ठभूमि में मरीजों के इलाज के लिए जंबो कोरोना अस्पताल शुरू किए गए। हालांकि मुंबई में इस समय कोरोना मरीजों की घटती संख्या को देखते हुए कई पाबंदियों में ढील दी गई है। इसी तरह बीएमसी ने 4 जंबो कोरोना अस्पतालों को बंद करने का फैसला किया है।
मुंबई में कोरोना के मामले कम होने से जंबो कोरोना अस्पतालों में कम मरीज भर्ती हैं। गोरेगांव के नेस्को, मुलुंड रिचर्डसन एंड क्रुडास, कांजुरमार्ग और दहिसर जंबो कोरोना अस्पताल पूरी तरह बंद किए जाएंगे।
दैनिक मरीजो की संख्या अब घटकर 150 के आसपास आ गया है। इलाज करा रहे मरीजों की संख्या भी घटकर 1000 हो गई है। वर्तमान में लगभग 98 प्रतिशत रिक्तियों के साथ अस्पताल में दाखिले की संख्या भी घटकर 739 हो गई है। मुंबई के 9 जंबो अस्पतालों में जो बेड कोरोना प्रकोप के दौरान शुरू किए गए थे, वे काफी हद तक खाली हैं।
इन भारी भरकम लागत केंद्रों को बंद करने को लेकर पिछले कुछ दिनों से चर्चा चल रही है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि कौन से केंद्र बंद रहेंगे। आखिरकार गुरुवार को हुई बैठक में 4 जंबो सेंटर बंद करने के फैसले पर मुहर लग गई। नगर निगम ने शहर में 1 जंबो सेंटर चालू रखने का निर्णय लिया है। तदनुसार, अंधेरी सेवनहिल्स अस्पताल जंबो केंद्र, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में जंबो सेंटर, वर्ली में एनसीआई और भायखला में रिचर्डसन एंड क्रुडास और मलाड में जंबो केंद्र जारी हेगा।
बंद जंबो कोरोना सेंटर में सभी उपकरण और चिकित्सा सामग्री की सूची तैयार की जाएगी। जरूरत पड़ने पर उपनगरीय अस्पतालों, नए अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को इसकी आपूर्ति की जाएगी।
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