बारिश के कारण दूध, फल और सब्जियों की आपूर्ती हो रही है प्रभावित

पिछले कुछ दिनों में मुंबई (Mumbai) सहित महाराष्ट्र (Maharashtra) के अन्य हिस्सों में भारी बारिश (rains) हुई है। इस बारिश से राज्य जे कई जिलों में जगह-जगह बाढ़ आ गई है।  सार्वजनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और कई लोगों की मौत हो गई है।

इसका प्रभाव मुंबई में रहने वाले लोगों पर पड़ने लगा है, क्योंकि दूध, फल और सब्जियां जैसी रोजमर्रा की वस्तुओं की आपूर्ती प्रभावित हो रही है। मुंबई को रोजाना कुल 44 लाख लीटर दूध की जरूरत होती है, जिसमें से अब 38 लाख लीटर की ही आपूर्ति हो रही है, 6 लाख लीटर दूध की आपूर्ती (milk supply) कम हो गई है।

सांगली और कोल्हापुर में जारी बारिश से मुंबई को दूध की आपूर्ति प्रभावित हुई है। बारिश के कारण कई गांवों में जलजमाव हो गया है, जिससे दूध संग्रह के साथ-साथ दूध के परिवहन पर भी असर पड़ा है। बारिश के कारण कई जगहों पर दूध वितरण करने वाले वाहन देरी से पहुंच रहे हैं। दोपहर करीब 2 से 3 बजे मुंबई पहुंचने वाली दूध की ट्रेनें सुबह 5-6 बजे पहुंच रही हैं। इसने दूध वितरण समय के अगले गणित को पूरी तरह से बिगाड़ दिया है।

राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश और लंबे समय तक आई बाढ़ ने कृषि उपज को भारी नुकसान पहुंचाया है। जिसके कारण मुंबई में सब्जियों की आवक में लगभग 25 से 30 प्रतिशत की गिरावट आई है और कीमत 10 से 15 फीसदी तक बढ़ गई है। मुंबई में नासिक APMC से बड़ी मात्रा में सब्जियां आती हैं। इसी तरह ठाणे और पालघर के किसान भी मुंबई में सब्जियां लाते हैं। लेकिन, इन सभी इलाकों में मूसलाधार बारिश ने मुंबई को सब्जियों की आपूर्ति कम कर दी है।

मांग की तुलना में आपूर्ति काफी कम होने के कारण दरें बढ़ गई हैं। इसके अलावा, तैयार हुई फसलों के नष्ट होने के कारण, नई फसल होने तक आमद इसी तरह से कम ही रहने की संभावना है। नतीजतन, थोक व्यापारी आने वाले महीनों में आपूर्ति में और कमी के साथ साथ कीमतों में वृद्धि होने की भविष्यवाणी कर रहे हैं।

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