सफाई कर्मियों की बढ़ती शिकायतों पर समीक्षा बैठक करेगी महापौर किशोरी पेडनेकर

प्रतिकात्मक फोटो
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महापौर किशोरी पेडनेकर ( kishori pednekar) फर्जी सफाई मार्शलों ( cleanup marshal )  और उनके द्वारा उत्पीड़न की बढ़ती शिकायतों को ध्यान में रखते हुए सोमवार को नगर निगम आयुक्त और अन्य नागरिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेगी। कोविड -19 ( coronavirus)  महामारी के बीच बिना मास्क  ( mask)  के लोगों पर जुर्माना लगाने या सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के लिए नियुक्त, बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के क्लीन-अप मार्शल, अनिवार्य फेस मास्क नियम के कार्यान्वयन पर नागरिकों को कथित रूप से परेशान करने के लिए लंबे समय से विवाद के केंद्र में हैं।  हाल ही में, सफाई मार्शलों और नागरिकों के बीच  लड़ाई के कई वीडियो वायरल हुए हैं।

नागरिको के साथ लड़ाई के कई शिकायतें 

पिछले मंगलवार को माटुंगा में फेस मास्क को लेकर हुई बहस के बाद लोगों और सफाई कर्मियों के बीच मारपीट हो गई।फर्जी क्लीन-अप मार्शलों की शिकायतें भी काफी बढ़ गई हैं। बीएमसी नियम के अनुसार, फेस मास्क न पहनने पर जुर्माना लगाने वाले लोगों को नियुक्त किए गए सभी क्लीन-अप मार्शल वर्दी में होने चाहिए और अपना पहचान पत्र दिखाना चाहिए। हालांकी अभी भी इसका पालन नहीं हो रहा है। 

मेयर पेडनेकर ने कहा कि बैठक में इन बढ़ती शिकायतों पर चर्चा होगी।  उन्होंने यह भी संकेत दिया कि मार्शल सेवाओं को बंद करने पर भी चर्चा हो सकती है। मुंबई में, रेलवे स्टेशनों, पर्यटन स्थलों, बस स्टॉप जैसे प्रमुख स्थानों पर अनिवार्य फेस मास्क नियम लागू करने के लिए लगभग 750 क्लीन-अप मार्शल नियुक्त किए गए हैं, जिस पर 200 रुपये का जुर्माना लगता है। अब तक फेस मास्क नहीं पहनने पर जुर्माने के तौर पर लोगों से 71 करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली की जा चुकी है।

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