मुंबई विश्वविद्यालय बॉक्सिंग टीम रेलवे मे शौचालय के बाहर सफर करने को मजबूर !

  • सुकेश बोराले & मुंबई लाइव टीम
  • सिविक

मुंबई विश्वविद्यालय लगता है खबरों में रहने का आदी हो गया है। पहले छात्रों के परिणामों में हुई देरी और फिर इतनी बड़ी गड़बड़ी के बाद भी मेरीटेक जैसी कंपनी को फिर से ठेका देना। चाहे कोई भी कार्य , मुंबई विश्वविद्यालय बिना खबरों में रहे कोई भी कार्य करता नहीं दिख रहा है। ताजा मामला मुंबई विश्वविद्यालय की बॉक्सिंग टीम के साथ का है। राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए जानेवाली मुंबई विश्वविद्यालय की बॉक्सिंग टीम के खिलाड़ियों को ट्रेन में शौचालय़ के बाहर बैठकर सफर करना पड़ रहा है, उन्हे बैठने की सीट तक नहीं मिली।

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18 से 25 नवंबर के बीच पंजाब में होनेवाले राष्ट्रीय अंतर महाविद्यालय बॉक्सिंग स्पर्धा के लिए मुंबई विश्वविद्यालय की बॉक्सिंग टीम जिसमें 9 खिलाड़ी और 1 कोच है। इन सभी को पश्चिम रेलवे से पंजाब के लिए रवाना किया गया, हालांकी विश्वविद्यालय द्वारा निकाले गए टिकट के कंफर्म ना होने के कारण इन खिलाड़ियों को सीट नहीं मिल सकी और इन्हे मजबूरन ट्रेन के शौचालय के पास बैठकर सफर करना पड़ रहा है।

"हमे पहले ही बताया गया था की कोई भी टिकट कंफर्म नहीं हो पाई है। लेकिन प्रतियोगिता की तारीख नजदिक होने के कारण हमें मजबूरन ट्रेन के शौचालय के पास बैठकर सफर करना पड़ रहा है। लेकिन यह पहली बार नहीं है, देरी से टिकट निकालने की वजह से हमें इन सब तकलीफों का सामना करना पड़ता है"-  सौरभ लोनेकर,खिलाड़ी,  मुंबई विश्वविद्यालय बॉक्सिंग टीम

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साल 2015 में दमदार खेल दिखाते हुए मुंबई विश्वविद्याल को स्वर्ण पदक दिलानेवाले पूर्व बॉक्सर सम्राट इंगले का कहना है की मुंबई विश्वविद्यालय की ओर से बॉक्सिंग के खिलाड़ियों के साथ इस तरह का व्यवहार सहीं नहीं है। विश्वविद्यालय खिलाड़ियों से पदक की अपेक्षा तो करते है लेकिन उन्हे किसी भी प्रकार की कोई भी सुविधआ नहीं देते है। शौचालय के बाहर बैठकर सफर करने के दौरान अगर किसी तरह की कोई भी क्षति होती है तो पूरी टीम को इसका खामिय़ाजा प्रतियोगिता के दौरान भूगतना पड़ता है । खिलाड़ियों की सुविधाओं पर ध्यान देना मुंबई विश्वविद्यालय का काम है।

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