मुंबई विश्वविद्यालय ने अपने ऑनलाइन मूल्यांकन में हुई गड़बड़ी को रोकने के लिए एक अहम फैसला लिया है। उत्तरपत्रकों का आकलन करने के लिए उपयोग किए जाने वाले ऑन-स्क्रीन मार्किंग (ओएसएम) प्रणाली को देखते हुए विश्वविद्यालय ने शिक्षकों को प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है ।
हिंदूस्तान टाईम्स में छपी खबर के अनुसार विश्वविद्यालय ने इसके लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है। इस सेमेस्टर में कुल 481 परीक्षाएं विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जाएंगी। इसके साथ ही, 14 नवंबर को प्रिंसिपल और मूल्यांकन केंद्र अधिकारी के लिए िस बाबत एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया।
हालांकी की कई कॉलेजेस का कहना है की परीक्षाएं 8 नवंबर से शुरू होगी लेकिन अगले सप्ताह तक शिक्षको को प्रशिक्षण नहीं दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण का उपयोग क्या होगा। इसके साथ ही पहली परीक्षा के तीन दिनों के भीतर ही आकलन शुरु हो जाएगा , जिसका मतलब इस प्रशिक्षण का कोई भी अर्थ नही रह जाएगा।