मुंबई में लोकल ट्रेन से गिरकर मरने वालों की संख्या बढ़ी

जहां एक ओर मुंबई में लोकल ट्रेन से गिरकर मरनेवालों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है तो वही दूसरी ओर पटरियों पर होनेवाले हादसो में कमी आई है। साल 2017 में 654 लोगों की ट्रेन से गिरने से मौच हो गई थी तो वही साल 2018 में ये आकड़ा बढकर 711 हो गई है। हालांकी पटरियों पर होनेवाले हादसों की संख्या में कमी आई है।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2018 में रेलवे पटरियों में मरनेवालो की संख्या 2,981 थी जो 2017 में 3,014 थी 2017 और 2018 में मृतको की संख्या में 33 लोगों की कमी आई है।

रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेन से गिरकर मरनेवाले 711 लोगों में से , 482 मौतें मध्य रेलवे पर हुईं, जबकि 229 पश्चिम रेलवे में हुईं। भले ही लोकल ट्रेन से गिरकर मरनेवालो की संख्या में कमी आई हो लेकिन रेलवे को और भी कदम उठाने की जरुरत है।

रिपोर्ट के मुताबिक 2018 में दर्ज की गई 2,981 मौतों में से 619 लोगों की मौत पटरियों को पार करते समय हुईं, 35 पटरियों पर आत्महत्याएं हुईं और 184 लोगों की मौत पटरियों के किनारे खंभे से टकरा कर हुई। हालांकी रेलवे ने स्टोशनों पर जमनेवाली भीड़ को कम करने के लिए स्लो लाइन पर भी 15 लोकल के डब्बे चलाने का फैसला किया है।

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