2018 में ट्रेन डकैतियों की संख्या दोगुनी होने के कारण मुंबई उपनगरीय रेलवे ने मुंबई, ठाणे और रायगढ़ जिलों में सुरक्षा में सुधार करने में मदद करने के लिए कम से कम 2,000 और होमगार्ड की मांग की है। रेलवे ने इस बाबत एक प्रस्ताव भी तैयार किया है। अगर सरकार इसे मंजूरी देती है तो होमगार्ड की भर्ती जल्द ही शुरु हो सकती है। फिलहाल रेलवे पुलिस बल (RPF) को 800 होमगार्ड्स मिले है जो अलग अलग स्टेशनों पर नजर रखते है।
2017 के बाद से गंभीर अपराधों में 66.86% की वृद्धि हुई है। लोगों का कहना है कि सुबह 8 बजे से 10 बजे और शाम 6 बजे से 9 बजे के बीच रेलवे परिसर में लोगों की बढ़ती संख्या के कारण ये हादेस बढ़ते जा रहे है। 2017 में 432 की तुलना में 2018 में डकैती के मामलों की संख्या 871 हो गई।
रेलवे परिसर को सुरक्षित रखने के लिए, जीआरपी के 279 जवान मुख्यालय में तैनात हैं। सेंट्रल लाइन पर 1,516, और वेस्टर्न लाइन पर 1,138 जवान तैनात है।। ठाणे और पालघर जिलों में लगभग 600 और जवान तैनात हैं, जहां एक कांस्टेबल 2,193 यात्रियों के लिए जवाबदेह है।