शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद संजय राउत ने उद्धव और राज ठाकरे की संयुक्त तस्वीर शेयर कर कार्यकर्ताओं को खुशखबरी दी। राउत ने घोषणा की कि ठाकरे बंधु हिंदी वर्चस्व के खिलाफ एकजुट और एक मोर्चा निकालेंगे। इसलिए ठाकरे सेना और मनसे का गठबंधन तय माना जा रहा है। इसी तरह उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधान परिषद विधायक अमोल मिटकरी ने बड़ा बयान दिया है। (Support from the ruling party in the Thackeray brothers protest)
मिटकरी ने जताई रैली मे जाने की इच्छा
मिटकरी ने ठाकरे बंधुओं के मोर्चे में शामिल होने की इच्छा जताई। मुझे लगता है कि अगर दोनों नेता मराठी भाषा और महाराष्ट्र की पहचान के संदर्भ में एक साथ मोर्चा निकाल रहे हैं, तो इसका अच्छा असर होगा। आखिर मराठी हमारी भाषा है, हमारी पहचान है। अगर दोनों ने एक साथ गैर-पक्षपातपूर्ण मोर्चा निकालने का फैसला किया है, तो मैं उस फैसले का स्वागत करता हूं, अमोल मिटकरी ने कहा।
ठाकरे बंधुओं का मोर्चा पांचवीं या छठी तारीख को निकालने की योजना बनाई जा रही है। अगर उस दिन कोई विधायी कार्य नहीं हुआ तो मैं उस दिन मार्च में हिस्सा लूंगा, ऐसा अमोल मिटकरी ने 'एबीपी माझा' को दिए इंटरव्यू में स्पष्ट किया।हिंदी भाषा थोपे जाने के खिलाफ ठाकरे बंधुओं का संयुक्त मार्च अगले शनिवार यानी 5 जुलाई को निकाला जाएगा। इसका समय और स्थान दोनों दलों के नेता मिल बैठकर तय करेंगे।
कई और नेता भी आ सकते है साथ
पिछले कई दिनों से राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के एक साथ आने की चर्चा चल रही है। इसमें राज ठाकरे ने सभी राजनीतिक दलों से 5 जुलाई के घोषित विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है।क्या इसमें उद्धव ठाकरे को आमंत्रित किया जाएगा? इस बारे में पूछे जाने पर राज ठाकरे ने कहा कि वे महाराष्ट्र के राजनीतिक दलों के पास भी आए हैं और उनसे भी बात करेंगे। मेरे लोग अपने लोगों से बात करेंगे। मैंने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि महाराष्ट्र किसी भी विवाद से बड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मेरा पहला वाक्य था और यह आपको 5 तारीख को पता चल जाएगा।
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