त्योहारों के मौसम में रेलवे द्वारा यात्रियों की सेवा के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जाती हैं। इस वजह से ट्रैक पर ट्रेनों की भीड़ बढ़ जाती है, जिससे कई ट्रेनें लेट हो जाती हैं। इसी तरह, अब रेलवे ने यात्रियों की भीड़ पर नज़र रखने के लिए रेल भवन में एक वॉर रूम स्थापित किया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस वॉर रूम का निरीक्षण किया और वॉर रूम के बारे में जानकारी दी। आइए जानते हैं मंत्री ने इस बारे में क्या कहा।(War room set up to monitor special trains)
वॉर रूम तीन स्तरों पर स्थापित
इस वॉर रूम की जानकारी देते हुए मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वॉर रूम तीन स्तरों पर स्थापित किए गए हैं। एक वॉर रूम संभाग स्तर पर है। दूसरा जोनल स्तर पर और तीसरा रेलवे बोर्ड स्तर पर है। संभाग और जोनल स्तर की जानकारी रेलवे बोर्ड स्तर पर भी मिलती है। साथ ही, बड़े स्टेशनों पर एक छोटा नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इससे यह जानकारी मिलती है कि देश के हर स्टेशन की स्थिति क्या है? कहाँ ज़्यादा ट्रेनें हैं? क्या समस्याएँ हैं?
प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की अचानक भीड़ को रोकने के उपाय
एक उदाहरण देते हुए मंत्री ने बताया कि उधना में उम्मीद से ज़्यादा यात्री पहुँचे थे। इसलिए, अगले कुछ घंटों में आसपास के स्टेशनों पर खड़ी ट्रेनों को उधना की ओर रवाना कर दिया गया। इससे कुछ ही घंटों में सभी यात्रियों की यात्रा की व्यवस्था हो गई। कुछ अन्य स्टेशनों पर भी अतिरिक्त ट्रेनें भेजी गईं। यह सब वॉर रूम की बदौलत संभव हो पाया। वैष्णव ने यह भी बताया कि प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की अचानक भीड़ को रोकने के उपाय किए गए हैं।
वेटिंग एरिया में कितने यात्री इसकी भी जानकारी
आगे बोलते हुए, अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह वॉर रूम यह भी जानकारी देता है कि किस वेटिंग एरिया में कितने यात्री हैं। इसलिए, ऐसी जगहों पर अतिरिक्त ट्रेनें भेजना आसान है। इस बार, 10,700 अतिरिक्त ट्रेनें चलाने की योजना थी। इनमें से कुछ ट्रेनों की जानकारी IRCTC की वेबसाइट पर दी गई थी। साथ ही, 3,000 ट्रेनें तैयार रखी गई थीं। 13,000 से ज़्यादा ट्रेनों की योजना बनाई गई थी।
जिन स्टेशनों के वेटिंग रूम में जगह की कमी थी, वहाँ कुछ ही घंटों में जगह बढ़ा दी गई है। इससे यात्रियों को फायदा हुआ। इस अवसर पर, मंत्री ने देश के विभिन्न स्टेशनों की वर्तमान स्थिति भी दिखाई। वैष्णव ने यह भी बताया कि जिन स्थानों पर समस्या होने की संभावना होती है, वहां तत्काल उपाय किए जाते हैं।
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