आंदोलनकारी कर्मचारियों के खिलाफ MSRTC निगम द्वारा की गई कार्रवाई

एसटी निगम(ST BUS STRIKE)  का राज्य सरकार में विलय की मांग को लेकर एसटी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। एसटी कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर पिछले 3 सप्ताह से आंदोलन कर रहे हैं।  इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।  इसके अलावा, एसटी को इसका कुछ नुकसान उठाना पड़ता है।  इसलिए एसटी निगम ने विरोध कर रहे संपर्क अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।

इस हड़ताल से निगम के ठेका कर्मियों को भी भारी नुकसान हुआ है और 2296 वेतनभोगी कर्मचारियों को निगम की ओर से बर्खास्तगी नोटिस जारी किया गया है। इसलिए कार्रवाई करने वाले कर्मियों की संख्या 4 हजार 349 हो गई है।  एसटी निगम का राज्य सरकार में विलय की मांग को लेकर एसटी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं।  एसटी निगम ने हड़ताल तोड़ने के लिए निलंबन की कार्रवाई शुरू कर दी थी।  कोर्ट के आदेश के बावजूद कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने पर निगम ने कार्रवाई की है।

निगम अब तक 2053 एसटी कर्मचारियों को निलंबित कर चुका है।  इसके बाद 2500 वेतनभोगी कर्मचारियों में से 2296 कर्मचारियों को टर्मिनेशन नोटिस जारी किया गया है।  कार्रवाई के डर से काम पर लौटने वाले कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ने लगी है।

नोटिस

 चालक: 25

 चालक और वाहक: 2101

 कैरियर: 132

 सहायक: 22

 लिपिक टाइपिस्ट: 16

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