6.40 करोड़ की टैक्स चोरी के मामले में जीएसटी विभाग ने दो निदेशकों को गिरफ्तार किया

महाराष्ट्र सरकार के वस्तु एवं सेवा कर विभाग ने टैक्स चोरी मामले में 6 करोड़ 40 लाख रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया है। राजस्व उपायुक्त राजेंद्र टिलेकर ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि फर्जी बिलों के संबंध में जीएसटी विभाग के स्टिंग ऑपरेशन के तहत दो निदेशकों कमलेश बाबूलाल जैन (उम्र 61) और भावना कमलेश जैन (उम्र 61) को 16 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। (GST department arrested two directors in case of tax evasion of Rs 6.40 crore)

मई मोनोपोली इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड इस कंपनी के खिलाफ वस्तु एवं सेवा कर विभाग द्वारा जांच कार्रवाई शुरू की गयी थी। कार्रवाई के दौरान इस व्यापारी ने जिस व्यापारी का पंजीयन प्रमाण पत्र निरस्त किया गया है, उससे खरीद-फरोख्त दिखाकर 6.40 करोड़ रुपए की राजस्व हानि पहुंचाई है। यह पाया गया कि इस व्यापारी ने अपंजीकृत व्यापारी से खरीद दिखाकर और बिना माल के केवल बिल जारी करके 3.23 करोड़ रुपये की गलत कर कटौती का दावा करके सरकार को 3.17 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान पहुंचाया।

मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सभी समावेशी नेटवर्क विश्लेषण उपकरणों का उपयोग करके और अन्य विभागों के साथ समन्वय करके, महाराष्ट्र माल और सेवा कर विभाग कर चोरी करने वाले व्यापारियों पर नज़र रख रहा है। इस अभियान के जरिए महाराष्ट्र माल एवं सेवा कर विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में पहली गिरफ्तारी कार्रवाई के जरिए कर चोरों को सचेत किया है।

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