दिल्ली के श्रद्धा वालकर (Shraddha Walkar) हत्याकांड मे रोज एक नये खुलासे हो रहे है। पुलिस जांच मे खुलासा हुआ की आरोपी आफताब ने श्रद्धा को मारकर 35 टूकड़े कर दिए थे और उन टुकड़ो को अलग अलग जगहो पर फेंक दिया था। इस मामले में अब एक और नया खुलासा हुआ है। नवंबर 2020 में भी आफताब ने श्रद्धा को जान से मारने की कोशिश की थी। श्रद्धा वालकर ने इस बारे में वसई पुलिस को एक पत्र भी लिखा था।
पुलिस के मुताबिक श्रद्धा दो साल पहले उसकी मौत पर चिंता जताई थी। श्रद्धा को डर था कि आफताब उसे मार देगा और उसके शरीर को काट देगा। उसने 2020 में पुलिस को लिखे एक पत्र में इस बात की आशंका भी जताई थी। आरोपी ने पहले भी श्रद्धा से मारपीट की थी और गाली देना शुरू कर दिया जिसके कारण उसके शरीर पर कई चोटे आई। आफताब ने श्रद्धा को इस कदम मारा था की उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
श्रद्धा ने नवंबर 2020 में पुलिस को दी गई अपनी शिकायत मे कहा की "आफताब मुझे गालियां दे रहा था और मार रहा था, आज 23 नवंबर, 2020 को उसने मुझे मारने की कोशिश की और मुझे ब्लैकमेल करता है कि वह मुझे टुकड़े-टुकड़े कर फेंक देगा, आफताब के माता-पिता को पता था कि आफताब ने उसे मारने की कोशिश की थी।"
कोर्ट ने दिया आरोपी के नार्को टेस्ट कराने का आदेश
इस बीच, दिल्ली की एक अदालत ने रोहिणी फॉरेंसिक साइंस लैब को पांच दिनों के भीतर आरोपी आफताब पूनावाला का नार्को टेस्ट कराने का आदेश दिया है।
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