12वीं के छात्रों के लिए दो प्रश्नपत्रिकाओं पर विचार कर रही राज्य सरकार !

ग्यारहवी और बारहवी की परिक्षाओं के नियम में हुए बदलाव के कारण अब काफी छात्रों को फेल होने या फिर कम नंबर आने की चिंता सता रही है। अब इस मामले में राज्य सरकार ने दखल दिया है। राज्य सराकर छात्रों को दो प्रश्न पत्रिकाएं देने पर विचार कर रही है , इन दो प्रश्नपत्रिकाओं में से एक ऑप्शनल प्रश्नपत्रिका होगी। शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने स्पष्ट किया है कि इस निर्णय पर विशेषज्ञों की राय लेने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

जानबूझकर परिक्षा में लेट आनेवाले बच्चों की होगी जांच-विनोद तावड़े

मार्च 2019 से होगी शुरुआत

विनोद तावडे का कहना है की बारहवी की परिक्षा में आवेदन करते समय छात्रों को चुनने का विकल्प दिया जाएगा कि वे कौन से प्रश्नपत्र को हल करना चाहते हैं। इन वैकल्पिक प्रश्नपत्रों के बारे में निर्णय अगले शैक्षणिक वर्ष से पहले लिया जाएगा। इस फैसले को मार्च 201 9 परीक्षा से लागू किया जाएगा।

एसआरए हाउजिंग सोसाइटी अब सूचना के अधिकार के आएगी अंतर्गत

क्या है पूरा मामला

ग्यारहवी की परिक्षा के नियम में हुए बदलाव के कारण छात्रों को ऑप्शनल प्रश्न नहीं मिलते है। जिसके कारण छात्रों को पूरे प्रश्न सुलझाने होते है। गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में, तावडे ने घोषणा की वो इस बारे में विचार कर रहे है की बारहवी के छात्रों को दो प्रश्नपत्र दिये जाएंगे जो वैकल्पिक होगे।

अगली खबर
अन्य न्यूज़