मुंबई के सबसे पूराने सिनेमाघरों में से एक ताडदेव के गंगा जमुना सिनेमाघर को बीएमसी ने खतरनाक घोषित कर दिया है। बीएमसी के इस फैसले के बाद अब जल्द ही इस सिनेमाघर को तोड़ दिया जाएगा। पिछलें 15 सालों से ये सिनेमाघर बंद पड़ा हुआ है बावजूद इसके आज तक इस जगह की पहटान बना हुआ है। बीएमसी ने बारिश को देखते हुए इस इमारत को तोड़ने का फैसला किया है। इमारत को जल्द से जल्द तोड़ने के लिए नोटिस भी जारी कर दिया गया है।
'हरे रामा हरे कृष्णा' पहली फिल्म
गंगा जमुना सिनेमाघर में सबसे पहली फिल्म ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ लगी थी। इसके बाद सुहाग, मिस्टर नटवरलाल, कालीचरण जैसी फिल्मे भी इस सिनेमाघर में दिखाई गई। ‘जान हाजीर है’ ने तो इस सिनेमाघर में 75 सप्ताह पूरे किये। 70 के दशक में गंगा जमुना सिनेमाघर मुंबई के बड़े सिनेमाघरो में शामिल था। साल 2008 में इस सिनेमाघर की मरमत्त कर इसे फिर से तैयार किया जाना था लेकिन बीएमसी ने इसके प्लान को मंजूरी नहीं दी जिसके बाद से ये थिएटर बंद पड़ा है।
क्यो रुका पुर्ननिर्माण का कार्य
जब थिएटर के मालिक गुल आचरा से संपर्क किया गया तो उन्होने बताया की फिल्म निर्माता ने 99 साल का अनुबंध दिया था। 2006 में ये अनुबंध खत्म हो गया। यह करार खत्म होने के बाद साल 2006 में एक व्यवसायी ने सिनेमाघर का 50 फिसदी मालिकाना हक ले लिया। जिसके बाद से अभी तक इसका पुर्ननिर्माण कार्य रुका है।
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