राज्य में कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए जल्द ही मुंबई में रैपिड परीक्षण किया जाएगा। केंद्र सरकार ने रैपिड टेस्ट को मंजूरी दे दी है। इसके बाद, बीएमसी दक्षिण कोरिया से एक लाख किट खरीदेगी। जब किट की देेश मेंं आ जाायेेगया तोो रैपिड टेस्टिंग मुंबई में शुरू होगी। रैपिड परीक्षण इस बात की तत्काल जानकारी देेतेे हैं कि क्या किसी व्यक्ति को संक्रमण है। यदि संक्रमण संक्रमित है, तो व्यक्ति का कोरोना टेस्ट हो सकता है।
केंद्र सरकार ने संक्रमित या संदिग्ध रोगियों की पहचान करने के लिए बड़ी संख्या में रैपिड टेस्ट (समूह परीक्षण) को मंजूरी दी है क्योंकि राज्य में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है। इसे अब पोर्टेबल मशीन की मदद से टेस्ट किया जाएगा, ठीक उसी तरह जैसे हम ब्लड शुगर लेवल की जांच करते है।स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी इसकी जानकारी दी। मुंबई के कई हिस्सों को बड़े पैमाने पर बंद कर दिया गया है। वे एक घनी आबादी का हिस्सा हैं। यह नमूना लेने का समय है, इसकी रिपोर्ट करें, ऐसी जगह पर कोरोना का परीक्षण करें।
कोरोना के लिए वर्तमान परीक्षण को पीसीआर ( polymerase chain reaction ) कहा जाता है। इसके लिए नाक और गले के स्वैब की आवश्यकता होती है। इसके परिणाम आने में 5 से 6 घंटे लगते है।रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट भी केवल 15 मिनट में परिणाम देता है और केवल रक्त के नमूनों की जाँच की जानी चाहिए।
महाराष्ट्र, तामिळनाडू, आंध्र, तेलंगाना जैसे राज्यो ने रैपिड टेस्ट किट के लिए केंद्र सरकार से इजाजत मांगी है। वर्ली, धारावी, पुणे और सांगली जैसी जगहों पर कोरोना के कई मरीज पाये गए है , यदि परीक्षण का एक बढ़ा हुआ स्तर है, तो उन रोगियों को ढूंढना आसान होगा जिनमे कोरोना के लक्षण हैं है लेकिन वह दिखाई नही देते।