‘Delta Plus’ को लेकर अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है- राजेश टोपे

डेल्टा प्लस (delta plus) के संभावित खतरे के बारे में महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (rajesh tope) ने लोगो को निश्चिन्त रहने को कहा है। उन्होंने कहा, जहां कोरोना वायरस (coronavirus) की दूसरी लहर थम रही है, वहीं से सरकार तीसरी लहर (third wave) की भी तैयारी कर रही है। इसके बावजूद कोरोना के 'डेल्टा प्लस' वेरियंट के नाम से खौफ का माहौल पैदा हो गया है। इस डेल्टा प्लस के बारे में ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। अब सभी को कोरोना नियमों का पालन करना चाहिए।'

राजेश टोपे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, भले ही कोरोना (covid19) की दूसरी लहर घट रही हो, लेकिन काम के नाम पर अगर कोरोना नियमों का उल्लंघन किया जाता है तो संक्रमण कभी भी सर उठा सकता है। इसलिए हमने सभी जिलों को तीसरे चरण में सतर्क रहने के लिए कहा है। हमने प्रशासन को सभी जिलों में तीसरे चरण की पाबंदियों का पालन करने के निर्देश दिए हैं। इसमें जनता का भी सहयोग अपेक्षित है।'

उन्होंने कहा, फिलहाल 'डेल्टा प्लस' वेरिएंट के नाम को लेकर लोगों में भ्रम और चिंता का माहौल है। मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि डेल्टा प्लस के मामले में, हम प्रति सप्ताह 25 नमूनों की दर से प्रति माह लगभग 100 नमूने लेकर उसकी पूरी जीनोम सिक्वेसिंग कर रहे हैं। अब तक, 4,000 ऐसे नमूने पूरे-जीनोम सिक्वेसिंग से गुजर चुके हैं। इनमें से 21 सैंपल 'डेल्टा प्लस' पॉजिटिव पाए गए। इनमें से एक की मौत हो गई, लेकिन बाकी ठीक होकर घर लौट गए हैं। मरने वाले की उम्र 80 साल थी।  उसे अन्य बीमारियां भी थीं। इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि व्यक्ति की मौत अकेले डेल्टा प्लस की वजह से हुई है। डेल्टा प्लस की विशेषताएं अभी भी स्पष्ट नहीं हैं। पूरे देश में डेल्टा प्लस के कुल 48 मामले हैं। इसलिए फिलहाल डेल्टा प्लस को लेकर ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।'

राजेश टोपे ने हमसे अभी के लिए कोरोना के नियमों का पालन करने की भी अपील की।

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