राज्य सरकार सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में कई पहलों को लागू कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य के लोगों का स्वास्थ्य मजबूत बना रहे और आम नागरिकों को बिना किसी सहायता के स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध हों। इस संदर्भ में, जन स्वास्थ्य राज्य मंत्री मेघना साकोरे-बोर्डिकर ने कहा कि बच्चों में गैर-संचारी रोगों की रोकथाम के लिए एक व्यापक दिशानिर्देश (SOP) तैयार किया जाएगा।
विधानमंडल सदस्यों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन
जन स्वास्थ्य राज्य मंत्री मेघना साकोरे-बोर्डिकर ने कहा कि सशक्त बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना उज्ज्वल भविष्य में निवेश है। उन्होंने यह भी कहा कि सत्र के दौरान बच्चों में गैर-संचारी रोगों के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करने के लिए विधानमंडल सदस्यों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि स्वस्थ बचपन की अवधारणा को राज्य स्वास्थ्य विभाग और यूनिसेफ के माध्यम से क्रियान्वित किया जाएगा और इसमें जनप्रतिनिधियों की भागीदारी और पहल महत्वपूर्ण है।
नियमित स्वास्थ्य जाँच शिविर लगाने का भी आदेश
राज्य मंत्री मेघना साकोरे-बोर्डिकर ने कहा कि आधुनिक जीवनशैली, बदलते खानपान और शारीरिक निष्क्रियता के कारण बच्चों में मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मानसिक तनाव जैसी गैर-संचारी बीमारियाँ बढ़ रही हैं। इसे दूर करने के लिए समाज, स्कूलों, अभिभावकों और जनप्रतिनिधियों की ज़िम्मेदारी महत्वपूर्ण है। हमारे क्षेत्र का प्रत्येक बच्चा सशक्त, स्वस्थ और शारीरिक व मानसिक रूप से सक्षम बना रहे, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्रियान्वित गतिविधियों के सफल क्रियान्वयन पर ज़ोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने स्कूलों में नियमित स्वास्थ्य जाँच शिविर लगाने, स्वस्थ बचपन अभियान चलाने, पौष्टिक आहार और शारीरिक गतिविधियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की भी अपील की।
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