अमेरिका में बनाई जा रही COVID-19 वैक्सीन का टेस्ट KEM अस्पताल करेगा

 मुंबई (mumbai) का केईएम अस्पताल (KEM hospital) देश भर के चुनिंदा उन 10 केंद्रों में से एक हो गया है, जो ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (Oxford University) में विकसित किए गए कोरोना वायरस (Coronavirus) के इलाज के लिए ईजाद किए गए संभावित दवा 'कोविड शील्ड' (covidshield) के चरण एक और चरण दो का टेस्ट कोरोना मरीजों पर कर सकता है।

इस दवा का यू.के. (UK) में आयोजित पहले चरण में टेस्ट किया गया जो प्रभावकारी साबित हुई, वो भी बिना किसी दुष्प्रभाव के साथ।

दूसरी ओर, रूसी (russian) स्वास्थ्य मंत्रालय ने 15 अगस्त को कहा कि देश ने पहले ही COVID-19 (vaccine) वैक्सीन के लिए उत्पादन शुरू कर दिया है। और आने वाले दिनों में इसका और भी उत्पादन किया जाएगा। साथ ही मास्को (moscow) ने दावा किया कि, यह विश्व की पहली 'COVID-19 वैक्सीन’ हैं। 

खबरों के अनुसार, मास्को ने इस वैक्सीन को 'स्पुतनिक वी' (Sputnik V) नाम दिया गया है। इस दवा को कोरोना वायरस (COVID-19) के खिलाफ चिकित्सकीय रूप से स्वीकृत वैक्सीन का निर्माण गामले रिसर्च इंस्टिट्यूट (Gamaleya Research Institute) ने रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से किया है।

इसके अलावा इस वैक्सीन बड़े पैमाने में इस महीने के अंत तक उतारा जा सकता है। हालाँकि, भले ही उत्पादन की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई हो और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में फायदेमंद हो सकती है, लेकिन इस दवा ने दुनिया भर के लोगों को संदेह के घेरे में भी रखा है। अमेरिका (america) सहित कई यूरोपीय देश रूस के इस दवा पर संदेह जता रहे हैं, उनका कहना है कि, रूस इस दवा का फार्मूला शेयर नहीं कर रहा है, ताकि इस पर और रिसर्च किया जा सके।

हालांकि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उस दावे को भी खारिज किया, जिसमें कहा जा रहा था कि, उनकी एक बेटी को विकसित कोरोना वैक्सीन दी गई थी ताकि वह बीमारी से बचा सके।

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