कोरोना वायरस (Corinavirus) के संकट को देखते हुए देशव्यापी तालाबंदी यानी लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा की गई है। दूसरे चरण का लॉकडाउन 3 मई को समाप्त होने वाला हैं। हालांकि बताया जा रहा है कि मुंबई में तालाबंदी फिर से 18 मई तक बढ़ सकता है। साथ ही विभिन्न राज्यों में फंसे अप्रवासी मजदूरों (migrant labour) को उनके गांव जाने की अनुमति भी दे दी गयी है। केंद्र सरकार ने इसकी व्यवस्था राज्य सरकारों से करने के लिए कहा है।
इसी कड़ी में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ( CM uddhav thackeray) ने चेतावनी दी कि अगरलोगों के गांव जाने के दौरान नियमों का उल्लंघन होता है या फिर हंगामा होता है तो गांव जाने की अनुमति रद्द हो सकती है।
उद्धव ने आगे कहा, स्वाभाविक रूप से जो अपने लोग दूसरे राज्यों में फंसे हैं उन्हें भी यहां वापस लाना होगा। दो राज्य आपसी सहयोग से परिवहन व्यवस्था करेंगे, जिसके बाद लोगों का आदान-प्रदान किया जाएगा। लोगों को उनके गांवों और बस्तियों के हिसाब से जाने की व्यवस्था की जाएगी।
ठाकरे के मुताबिक, हमारे राज्य से कुछ लोग अपने गाँव गए थे, कुछ लोग पर्यटन के लिए गए थे, कुछ लोग काम के लिए गए थे ऐसे लोग तालाबंदी शुरू होते ही अटक गए।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उन्हें बिना किसी जल्दबाजी के जिला कलेक्टर के माध्यम से आगे-पीछे लाने की व्यवस्था की जाएगी।