शरद पवार के घर के बाहर एसटी मजदूरों के आंदोलन के पीछे कौन ? गृह मंत्री ने दिए जांच के आदेश

एसटी निगम(ST worker strike) के राज्य सरकार में विलय की मांग को लेकर उग्र हुए एसटी कर्मचारियों ने सीधे एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार(sharad pawar) के सिल्वर ओक स्थित आवास पर हमला कर दिया।  इस आंदोलन के पीछे कौन है?  गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने जानकारी दी है कि इसकी जांच कराई जाएगी।

एसटी कार्यकर्ताओं के आंदोलन के पीछे कौन है? मुंबई पुलिस इसकी जांच करेगी।  एसटी मजदूर आंदोलन का नेतृत्व करने वाला कोई बड़ा नेता नहीं था। तो क्या किसी ने इन प्रदर्शनकारियों को उकसाया?  प्रदर्शनकारियों के ठिकाने की जांच की जाएगी।  गृह मंत्री  पाटिल ने भी जानकारी दी है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गृह मंत्री  पाटिल ने ट्वीट कर जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि आज एसटी कर्मचारियों की हड़ताल से लिया गया दुर्भाग्यपूर्ण मोड़ अनुचित है। मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवार साहब के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन बेबुनियाद है।  यह सर्वविदित है कि कर्मचारियों की भावनाओं को कौन भड़काता है।  महाविकास अघाड़ी सरकार ने हमेशा एसटी कर्मचारियों के लिए चर्चा का मार्ग प्रशस्त किया है।  अदालती प्रक्रिया का सम्मान सर्वोपरि है।  उन्हें अपने मुद्दों को संवैधानिक तरीके से और साथ ही बातचीत के जरिए उठाना चाहिए।

नाराज कर्मचारी घर से बाहर निकल आए।  पीड़ित एसटी कर्मियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस भी मौके पर पहुंची।  हालांकि कर्मचारियों ने सिल्वर ओक के सामने स्टैंड लिया।  इसको लेकर एसटी स्टाफ और पुलिस प्रशासन के बीच नोकझोंक हो गई।

इस बार सुप्रिया सुले ने घर से बाहर आकर एसटी स्टाफ को समझाने की कोशिश की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सुप्रिया सुले को घेर लिया।  सुप्रिया सुले ने हाथ मिलाया और अनुरोध किया कि मेरे माता-पिता और बेटी अंदर रहें।  लेकिन एसटी कर्मचारी नारेबाजी करते रहे।

घटना के बाद राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, मंत्री आदित्य ठाकरे और अन्य मंत्री शरद पवार के आवास पर पहुंच गए हैं।

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