"फर्जी" हलफनामों की सीआईडी ​​या सीबीआई से हो जांच- 'बालासाहेबंची शिवसेना' के प्रवक्ता नरेश म्हस्के

'बालासाहेबंची शिवसेना' पार्टी ने बुधवार को उद्धव ठाकरे  ( uddhav thackeray) के नेतृत्व वाले धड़े को समर्थन देने वाले "फर्जी" हलफनामों की सीआईडी या सीबीआई से जांच की मांग की और दावा किया कि "धोखाधड़ी"  अन्य तेलगी फर्जी स्टांप पेपर ( fake affidavit)  घोटाले के समान है।

मुंबई पुलिस  ( Mumbai police) ने हाल ही में ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट, जिसे अब 'शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे' पार्टी कहा जाता है, के समर्थन में तैयार किए जा रहे 4,500 से अधिक हलफनामे बरामद करने के बाद धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।

शिंदे गुट के प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने बुधवार को आरोप लगाया कि राज्य के अन्य जिलों में भी इसी तरह के "फर्जी" हलफनामे तैयार किए गए थे। उन्होंने कहा, "घोस्ट हलफनामे की मेगा धोखाधड़ी की जांच राज्य सीआईडी या सीबीआई को सौंपी जानी चाहिए और एक एसआईटी का गठन किया जाना चाहिए," उन्होंने कहा और आरोप लगाया कि "इन फर्जी हलफनामों को तैयार करने के लिए 10 करोड़ रुपये का अनुबंध दिया गया था।"

उन्होंने यह भी दावा किया कि चुनाव आयोग को ऐसे कई हलफनामे सौंपे गए हैं जिनकी भी जांच किए जाने की जरूरत है। म्हास्के ने आरोप लगाया कि हलफनामे के निर्माता बड़े पैमाने पर हैं। उन्होंने कहा, "ये फर्जी हलफनामे मतदाता सूची की मदद से तैयार किए गए थे।"

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