आदित्य ठाकरे ने एक बार फिर एकनाथ शिंदे और चुनाव आयोग पर निशाना साधा हैसुप्रीम कोर्ट में धनुष बाण और शिवसेना पार्टी के नाम को लेकर चल रही सुनवाई पर आदित्य ठाकरे ने कहा की ये लड़ाई अब शिवसेना की नही बल्की संविधा के रक्षा की है। ( fight of shivsena name and bow and arrow symbol is no longer only for Shiv Sena but to protect the Constitution says Aditya Thackeray)
अहम मुद्दे
आदित्य ठाकरे ने कहा की " "सुप्रीम कोर्ट धनुष्यबन और पार्टी के नाम के बारे में गंभीरता से सुनवाई कर रहा है, हमने चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती दी है, हमें लगता है कि चुनाव आयोग समझौता कर रहा है, यह लड़ाई अब केवल शिवसेना की नहीं है बल्कि यह परिणाम संविधान की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, यह परिणाम लोकतंत्र को सुरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण है”
शिंदे विधायक संजय शिरसाट ने आरोप लगाया है कि शिवसेना के फंड को उद्धव ठाकरे ने दूसरे खाते में भेज दिया। इस पर बोलते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा है कि, "मैं उन लोगों पर ध्यान नहीं देता जो देशद्रोही हैं, यहां तक कि उनकी पार्टी भी उन पर ध्यान नहीं देती है, वे पार्टी का नाम चुरा लें, लेकिन गद्दारी की मुहर वैसी ही रहेगी"
आदित्य ठाकरे ने कहा, "हम मुंबईकरों के लिए जो खर्च कर रहे थे, हम विकास निधि ला रहे थे, फिक्स्ड डिपॉजिट पर उनकी नजर है, ताकि वे खर्च करें और दिल्ली वालो को नमन करें, उन परियोजना को रद्द कर दिया जिसे हम लागू करने जा रहे थे और दावोस की अपनी यात्रा पर 28 घंटे में चालीस करोड़ रुपये खर्च किए, हम मुंबईकरों के लिए पैसा डायवर्ट करना चाहते हैं और उसे बीएमसी के खजाने में जमा करना चाहते हैं"
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