गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल (dilip walse patil) ने जानकारी दी है कि राज्य में दिसंबर तक 5,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी और अगले चरण में 7,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी। गृह मंत्री दिलीप वलसे-पाटिल ने औरंगाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत कानून व्यवस्था लागू करने को लेकर हुई समीक्षा बैठक में पुलिस भर्ती की जानकारी दी।
पुलिस महानिदेशक संजय पांडेय, विशेष पुलिस महानिरीक्षक केएमएम प्रसन्ना, पुलिस आयुक्त डॉ. निखिल गुप्ता, पुलिस अधीक्षक मोक्षदा पाटिल के साथ-साथ बीड, उस्मानाबाद और जालना जिले के पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे। बैठक की शुरुआत में प्रसन्ना ने गृह मंत्री को एक प्रेजेंटेशन के जरिए परीक्षा की विस्तृत जानकारी दी।
गृह मंत्री ने कहा कि औरंगाबाद निर्वाचन क्षेत्र में अपराध दर अधिक है, इसलिए पुलिस को और अधिक कुशलता से जांच करने की आवश्यकता है। पुलिस बल में स्टाफ एक महत्वपूर्ण कारक है और इसकी जांच में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आम नागरिकों की समस्याओं को समझें और उनकी समस्याओं के समाधान को प्राथमिकता दें। जनप्रतिनिधियों के शिष्टाचार को प्राथमिकता दें।
दिसंबर तक राज्य में करीब 5,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी। अगले चरण में करीब सात हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी। यह योजना बनाई जा रही है कि संबंधित कर्मचारी पुलिस सेवा में शामिल होने के बाद कम से कम पुलिस उपनिरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हो जाएं। जिलों में पुलिस बल को और अधिक सक्षम बनाने के लिए जिला वार्षिक कोष से धन की मांग करें। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि कोरोना काल में पुलिस बल ने सराहनीय कार्य किया है।
बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक ने गृह मंत्री को उनके जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति से अवगत कराया। बैठक से पहले गृह मंत्री ने कमिश्नरेट के सीसीटीवी कंट्रोल रूम का दौरा किया। बैठक के दौरान गृह मंत्री द्वारा विभिन्न पुस्तिकाओं का विमोचन किया गया।
यह भी पढ़े- किराया महंगा होने के कारण एसी लोकल ट्रेंन को यात्रियों का कम रेस्पॉन्स