सरकार मराठवाड़ा और विदर्भ में सभी ज़रूरी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भरोसा दिलाया कि राज्य में अभी चल रही जनकल्याण योजनाओं के लिए फंड की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने भरोसा जताया कि यह सेशन लोगों की उम्मीदों और उम्मीदों को पूरा करेगा।
विंटर सेशन शुरू
विंटर सेशन के बैकग्राउंड में हुई कैबिनेट मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने अपने सरकारी घर रामगिरी में रिपोर्टर्स से बातचीत की। इस मौके पर डिप्टी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, रेवेन्यू मिनिस्टर चंद्रशेखर बावनकुले, पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्टर चंद्रकांत पाटिल, अन्य पिछड़ा वर्ग, बहुजन कल्याण मिनिस्टर अतुल सावे, टूरिज्म मिनिस्टर शंभूराज देसाई, सॉइल एंड वॉटर कंजर्वेशन मिनिस्टर संजय राठौड़, ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर प्रताप सरनाईक, फाइनेंस स्टेट मिनिस्टर एडवोकेट आशीष जायसवाल मौजूद थे।
राज्य में बाढ़ से प्रभावित लगभग 92 परसेंट यानी 90 लाख से ज़्यादा किसानों को फाइनेंशियल मदद
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र की इकॉनमी देश के बड़े राज्यों में सभी मामलों में सबसे आगे है। राज्य में बाढ़ से प्रभावित लगभग 92 परसेंट यानी 90 लाख से ज़्यादा किसानों को फाइनेंशियल मदद दी गई है। KYC प्रोसेस की वजह से जो किसान पीछे रह गए थे, उन्हें भी जल्द ही मदद दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि 10,000 रुपये की एक्स्ट्रा मदद दी गई है, साथ ही कटी हुई ज़मीन, कुओं वगैरह के लिए अलग से मदद दी गई है।
शनिवार और रविवार को भी काम होगा
सरकार नागपुर सेशन में दिन में 10 घंटे से ज़्यादा काम करने की कोशिश करेगी। इस सेशन में 18 बिल पेश किए जाएंगे और विदर्भ और मराठवाड़ा से जुड़े और भी मुद्दों पर चर्चा होगी, यह भी मुख्यमंत्री ने साफ़ किया। उन्होंने यह भी कहा कि दावोस समेत अलग-अलग फोरम पर साइन किए गए इन्वेस्टमेंट एग्रीमेंट बड़े पैमाने पर लागू किए जा रहे हैं और ये इंडस्ट्री महाराष्ट्र में आ रही हैं।
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