महाराष्ट्र- विधायक अयोग्यता मामले में 14 सितंबर से सुनवाई शुरू होने की संभावना

महाराष्ट्र की  राजनीति में सबसे बड़ी खबर सामने आई है।  विधायक अयोग्यता मामले में 14 सितंबर से सुनवाई शुरू होगी। इस सुनवाई के लिए शिवसेना के दोनों गुटों को नोटिस भेजा गया है।  शिवसेना शिंदे ग्रुप के 40 और ठाकरे ग्रुप के 14 विधायकों को नोटिस जारी किया गया है। सुनवाई में विधायकों को सारे सबूत पेश करने होंगे। साथ ही अयोग्यता की कार्रवाई से बचने के लिए भी तर्क देना होगा। मामले की सुनवाई विधानमंडल के सेंट्रल हॉल में होगी। (Maharashtra Hearing in MLA disqualification case likely to start from September 14)

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत के कारण शिवसेना पार्टी में फूट पड़ गई। एकनाथ शिंदे 40 से ज्यादा विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए और राज्य में सरकार बनाई। इसके चलते महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई। उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा। इसके बाद महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष शुरू हो गया।इसके बाद विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि ज़िरवाल से मुख्यमंत्री शिंदे के साथ शुरुआत में आए 16 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई करने की मांग की गई।

हालांकि सत्ता हस्तांतरित होते ही शिंदे गुट ने मांग की कि ठाकरे गुट के विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई की जाए। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को इस संबंध में फैसला लेने को कहा, वहीं, इस मामले में 14 सितंबर से सुनवाई शुरू होगी।

कौन हैं ये 16 विधायक?

  • एकनाथ शिंदे- ठाणे
  • तानाजी सावंत- भूम परंडा
  • प्रकाश सुर्वे- मगाठाणे, मुंबई
  • बालाजी किनिकर- अंबरनाथ, ठाणे
  • लता सोनावणे- चोपड़ा
  • अनिल बाबर- खानापुर
  • यामिनी जाधव- भायखला, मुंबई
  • संजय शिरसाट- छत्रपति संभाजीनगर पश्चिम
  • भरत गोगवले- महाड, रायगढ़
  • संदीपन भूमरे- पैठण
  • अब्दुल सत्तार- सिल्लोड
  • महेश शिंदे- कोरेगांव
  • चिमनराव पाटिल- एरंडोल
  • संजय रायमुलकर- महेकर
  • बालाजी कल्याणकर - नांदेड़ उत्तर
  • रमेश बोरोन- वैजापुर

विधायक अयोग्यता मामले में शिंदे गुट का 6000 पेज का लिखित जवाब

कुछ दिन पहले शिंदे गुट ने विधायक अयोग्यता मामले में विधानसभा स्पीकर की ओर से भेजे गए नोटिस का 6000 पेज का लिखित जवाब सौंपा था। खास बात यह है कि इस जवाब में शिंदे गुट ने उन कारणों का खुलासा किया है जिनके आधार पर शिवसेना पार्टी का रजिस्ट्रेशन कराया गया था। अब इस जवाब की पुष्टि के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इन सभी विधायकों को सुनवाई के लिए बुलाया है।

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