महाराष्ट्र के 40 पर्यटक उज्बेकिस्तान में फंसे

कोरोनो वायरस (Corinavirus) संक्रमण से पूरी दुनिया ख़ौफ मे जी रही है।  अधिकांश देशों ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अपनी सीमाओं को बंद कर दिया है। जिसके कारण जो जहां है वहीं फंस हुआ है। भारत से उज्बेकिस्तान Uzbekistan) घूमने गए लगभग 40 पर्यटक फंसे हुए हैं, ये सभी पर्यटक महाराष्ट्र (maharashtra) के हैं।

पर्यटकों ने घर लौटने की कोई संभावना न दिखने के बाद उन्होंने राज्य के जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल (jayant patil) को एक वीडियो कॉल किया, और रेस्क्यू करने की अपील की। उस समय, पाटिल ने भी सभी को आश्वासन दिया कि उन्हें घर लाने के लिए सभी जरूरी प्रयास किए जाएंगे।

महाराष्ट्र के लगभग 40 पर्यटकों ने 10 मार्च को भारत से ताशकंद घूमने गए हुए थे।  सोमवार 16 मार्च को पर्यटको को घर लौटना था,  लेकिन उस समय, उड्डयन सेवाओं की कमी के कारण उन्हें उज्बेकिस्तान में फंसना पड़ा।  घबराए पर्यटकों ने तब जयंत पाटिल को फोन किया और उन्हें सारी स्थिति बताई। जयंत पाटिल ने उनसे न घबराने की अपील करते हुए उन्हें देश वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करने का वादा किया।

इस बारे में जयंत पाटिल ने कहा, ताशकंंद से मुझे अभिजीत चिमना और उनके सहयोगियों फोन किया था और वहां से निकालने की अपील की। मैं इन नागरिकों को महाराष्ट्र वापस लाने की पूरी कोशिश करूंगा।  

उन्होंने आगे कहा वे इस बाबत एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से बात कर उन्हें केंद्रीय विदेश मंत्रालय से बात करने का भी आग्रह करेंगे।

अगली खबर
अन्य न्यूज़