मराठा आरक्षण के लिए मुंबई के आज़ाद मैदान में चल रहे आंदोलन की पृष्ठभूमि में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने मनोज जरांगे पाटिल की कोर कमेटी के आठ सदस्यों को नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में नोटिस जारी किया है और उन्हें तुरंत आज़ाद मैदान खाली करने का आदेश दिया है।
ट्रैफिक पर पड़ रहा था असर
पिछले कुछ दिनों से मराठा प्रदर्शनकारियों ने आज़ाद मैदान में डेरा डाल रखा है। इस आंदोलन के कारण शहर में यातायात जाम और अन्य समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं। इसी कारण पुलिस ने मनोज जरांगे पाटिल की कोर कमेटी के आठ सदस्यों को नोटिस जारी किया है। कोर कमेटी में किशोर आबा मरकड, पांडुरंग तारक, शैलेंद्र मरकड, सुदाम बप्पा मुकने, बालासाहेब इंगले, एडवोकेट अमोल लहाने, श्रीराम कुरनकर और संजय कटारे शामिल हैं।
नियमों के उल्लंघन के कारण आंदोलन की अनुमति अस्वीकृत
पुलिस ने नोटिस में स्पष्ट किया है कि प्रदर्शनकारियों ने न्यायालय और पुलिस द्वारा निर्धारित नियमों और शर्तों का उल्लंघन किया है। इसी वजह से, जरांगे पाटिल द्वारा विरोध प्रदर्शन के लिए मांगी गई अनुमति अस्वीकार कर दी गई है।
सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त
पुलिस ने नोटिस में कहा है कि इस विरोध प्रदर्शन से मुंबई में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुंबईवासी ट्रैफिक जाम से परेशान हैं और शहर की कानून-व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। इसलिए, पुलिस ने जरांगे पाटिल और उनकी कोर कमेटी के सदस्यों को आज़ाद मैदान तुरंत खाली करने को कहा है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इसके बाद प्रदर्शनकारी क्या रुख अपनाते हैं।
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