बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा न करें नेता, शरद पवार की सलाह

महाराष्ट्र (Maharashtra) के पश्चिमी इलाको सहित कोंकण के कई जिलों में बाढ़ की वजह से हाहाकार मचा हुआ है। इस बाढ़ (flood) ने कई जिंदगियां लील ली। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सत्तापक्ष और विपक्षी दलों के नेताओं का दौरा शुरू हो गया है। जिसे लेकर NCP अध्यक्ष शरद पवार (sharad pawar) ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि, संकट में फंसे लोगों को मदद की जरूरत है और राजनीतिक नेताओं को ऐसे क्षेत्रों में जाने से बचना चाहिए। ताकि बिना किसी रुकावट के लोगों की मदद हो सके।

मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, सतारा और सांगली जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से घरों और खेतों को भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश के 7 से 8 जिले बुरी तरह बाढ़ से प्रभावित हैं, तो ऐसे में लोगों को तत्काल मदद की जरूरत है।

राजनीतिक दौरे को लेकर शरद पवार ने कहा कि लोगों को प्रशासनिक मदद की सख्त जरूरत है। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। उनका दौरा लोगों को राहत और संवेदना देता है, इसलिए हमें इन नेताओं के दौरे से कोई ऐतराज नहीं है।  लेकिन, मुझे लगता है कि अगर मेरे जैसा नेता चला जाता है, तो प्रशासन पर दबाव पड़ता है।  क्योंकि बाकी सिस्टम भी व्यस्त हो जाता है। इससे पुनर्वास कार्य में बाधा आ सकती है।  इसलिए मुझे लगता है कि मेरे जैसे अन्य नेताओं को इस तरह के दौरों से बचना चाहिए।

अगली खबर
अन्य न्यूज़