एकनाथ शिंदे को कमजोर करना मतलब हिंदुत्व को कमजोर करना - संजय निरुपम

नगर पंचायत और नगर परिषद चुनाव प्रचार के दौरान महायुति की तरफ से जोरदार प्रचार देखने मिला इस चुनाव में विपक्ष दूर दूर तक नजर नहीं आया ऐसे में कई जगहों पर महायुति के नेताओं में आपसी मतभेद भी देखने मिले थे। शिवसेना उपनेता और प्रवक्ता संजय निरुपम ने इस मुद्दे पर अपनी भूमिका रखते हुए कहा की कुछ जगहों पर महायुति के साथियों में आपसी मतभेद देखने मिला था लेकिन अब अब कोई मतभेद नहीं है यह प्रचार के साथ ही ख़तम हो गया है आगे अपनी भूमिका रखते हुए कहा की  महायुति के सभी नेताओं ने यह तय किया था की स्थानीय निकाय चुनाव में गठबंधन की ज़रूरत नहीं हर पार्टी ने अपने दम पर चुनाव लड़ेगी प्रचार के समय हर पार्टी की तरफ से बयानबाजी और आरोप प्रत्यारोप भी हुआ , लेकिन इसका उद्देश्य मित्र पक्ष को आहत करना नहीं होता है। हमारे विरोधियों ने गलत नरेटिव चलाया की महायुति ख़त्म होगी में उन्हें यह बताना चाहता हु की महायुति एक साथ है और एक साथ मजबूत है। (Weakening Eknath Shinde means weakening Hindutva says Sanjay Nirupam)

"एकनाथ शिंदे को कमजोर करना मतलब हिंदुत्व को कमजोर करना जैसा"

साथ ही उन्होंने अपनी सहयोगी पार्टी बीजेपी को यह भी याद दिलाया की किस तरह से हिंदुत्व के मुद्दें पर एकनाथ शिंदे जी ने बीजेपी का साथ दिया और अपनी भूमिका रखते हुए साफ़ शब्दों में कहा की एकनाथ शिंदे जी को कमजोर करना मतलब हिंदुत्व को कमजोर करना जैसा होगा , शिवसेना हिंदुत्ववादी पार्टी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक कठोर हिंदूवादी नेता है और महाराष्ट्र में हिंदुत्व को मजबूत करने में एकनाथ शिंदे जी का बड़ा सहयोग है। 

उबाठा और कांग्रेस पर तीखी टिप्पणी

संजय निरुपम ने संजय राउत के स्वास्थ्य होने की प्रार्थना करते हुए कहा की बीमारी में भी संजय राउत झूठी अफवा फैला रहे है उन्हें अपनी तबीयत का ख्याल रखना चाहिए हम अपनी पार्टी  का ख्याल रख लेंगे , संजय राउत ने  कहा था की कई विधायक शिवसेना से जा सकते है। संजय निरुपम ने आगे कहा कि सरकार संख्या बल से तय होती हैं और जब तक बहुमत सुरक्षित है, सरकार नहीं गिरती। महाराष्ट्र में जनता ने मजबूत जनादेश दिया है, जिसके आधार पर तीनों पार्टियां मिलकर सफलतापूर्वक सरकार चला रही हैं। 

उबाठा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा की उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस से हाथ मिलाया और उसके बाद महाराष्ट्र में साधुओं की हत्या हुई उनके कार्यकाल में साधु सुरक्षित नहीं थे लेकिन आज हिन्दुत्ववादी सरकार है जहां सभी सुरक्षित है। असली संकट तब था जब साधुओं की मॉब लिंचिंग होती थी और हिंसा फैलती थी, लेकिन आज स्थितियां पूरी तरह बदल चुकी हैं।  

SIR वोट चोरी मुद्दे पर

शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने कहा कि मतदाता सूचियों में गड़बड़ियां गंभीर मुद्दा हैं उन्हें दूर करने के लिए देश भर में एसआईआर प्रक्रिया चल रही है। महाराष्ट्र में भी यह प्रक्रिया लागू होनी चाहिए। डुप्लीकेट नाम तुरंत हटाए जाएं अवैध नागरिकों और राज्य में न रहने वाले लोगों के नाम भी सूची से निकालने आवश्यक हैं।

संचार साथी विरोध पर विपक्ष को घेरा

संजय निरुपम ने संचार साथी ऐप को लेकर चल रही राजनीति पर कहा की संचार साथी ऐप का उद्देश्य साइबर क्राइम को रोकना है इसे लेकर बस राजनीति हो रही है विपक्ष सिर्फ गलत नैरेटिव फैला रहा है।

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