मुंबई - श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित करने पर जैन समाज का विरोध प्रदर्शन

  • मुंबई लाइव टीम
  • समाज

झारखंड सरकार द्वारा श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में नामित करने की योजना और गुजरात के पलिताणा में जैन मंदिर में तोड़फोड़ का मामले पर विवाद बढ़ता जा रहा है। इसके विरोध में दिल्ली, गुजरात, मुंबई और देश के अन्य हिस्सों में जैन समाज के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

मुंबई में भी अलग अलग इलाको में इस विरोध प्रदर्शन को आयोजित किया गया। जैन समुदाय के सदस्यों ने मुंबई  विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रर्दशन ने लाखो की संख्या में लोगो ने हिस्सा लिया। 

झारखंड के गिरिडीह जिले में शिखरजी के पवित्र जैन मंदिर की मेजबानी की जाती है।यह पारसनाथ पहाड़ी झारखंड की सबसे ऊंची पहाड़ी भी है। दिगंबर और श्वेतांबर दोनों इसे सबसे महत्वपूर्ण जैन तीर्थ (तीर्थ स्थल) मानते हैं, क्योंकि यह वह जगह है जहां 24 जैन 'तीर्थंकरों' में से 20 ने कई अन्य भिक्षुओं के साथ मिलकर मोक्ष प्राप्त किया।

महाराष्ट्र के मंत्री एमपी लोढ़ा ने कहा कि हम गुजरात के पलिताणा में मंदिर की तोड़फोड़ और सम्मेद शिखरजी पर झारखंड सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं। गुजरात सरकार ने कार्रवाई की है लेकिन हम उनसे  सख्त कार्रवाई चाहते हैं। आज 5 लाख से ज्यादा लोग सड़कों पर हैं। 

अगली खबर
अन्य न्यूज़