'अनाथों की मां' के नाम से मशहूर सिंधुताई सपकाल (sindhutai sakpal) का मंगलवार के दिन निधन हो गया। उन्होंने 75 साल की उम्र में पुणे के गैलेक्सी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें हाल ही में साल 2021 में पद्म श्री पुरस्कार मिला था।
सिंधुताई को मिले महत्वपूर्ण पुरस्कार इस प्रकार हैं
पद्म श्री पुरस्कार (2021)
डॉ राम मनोहर त्रिपाठी पुरस्कार (2017)
प्रिंसिपल शिवाजीराव भोसले मेमोरियल अवार्ड (2015)
मूर्ति मां के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार (2013)
महाराष्ट्र सरकार डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर समाज भूषण पुरस्कार (2012)
सीएनएन-आईबीएन और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा दिया गया 'रियल हीरो अवार्ड' (2012)
पुणे कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग का 'कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग अवार्ड' (2012)
महाराष्ट्र सरकार का 'अहिल्याबाई होल्कर पुरस्कार' (2010)
दैनिक लोकसत्ता का 'सह्याद्रिचि हिरकानी पुरस्कार' (2008)
पुणे विश्वविद्यालय का 'लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड'
आईटी प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन का एडॉप्टेड मदर अवार्ड (1996)
सोलापुर के डॉ. निर्मल कुमार फडकुले मेमोरियल अवार्ड
राजाई पुरस्कार
शिवलीला महिला गौरव पुरस्कार
'सामाजिक सहयोगात्मक पुरस्कार' (1992)
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