राष्ट्रवादी कांग्रेस अध्यक्ष शरद पवार (SHARAD PAWAR) के घर पर हुए हमले के सिलसिले में एसटी निगम (MSRTC) ने 118 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। ये कर्मचारी आज से काम पर लग गए हैं। राज्य सरकार द्वारा सेवा में शामिल होने के आदेश के बाद कर्मचारी एड. गुणरत्न सदावर्ते के घर के बाहर जय-जयकार और ढोल की थाप पर एसटी कर्मचारियों ने गुलाल उड़ाकर खुशी जाहिर की।
कर्मचारियों को आठ महीने के बाद फिर से शामिल किया जाएगा और उसी पद पर शामिल किया जाएगा। इसलिए कर्मचारियों को दिवाली से पहले ही सरकार की ओर से एक बड़ा तोहफा मिल गया है। गुरुवार से सेवा में शामिल होने वाले कर्मचारियों ने वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और इस सरकार को धन्यवाद दिया। सदावर्ते को भी धन्यवाद दिया।
पिछले दिनो तत्कालिन मुख्यमंत्री ने एसटी हड़ताल के दौरान बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली के आदेश दिए थे। एसटी निगम के साथ मुख्यमंत्री की बैठक हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने यह आदेश दिया। हड़ताल के दौरान करीब 118 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया। इन कर्मचारियों को अब मुख्यमंत्री के आदेश के बाद बहाल कर दिया गया है।
पिछले साल अक्टूबर के महीने में एसटी कर्मचारी राज्य भर में हड़ताल पर चले गए थे। एसटी का सरकार में विलय करने की मुख्य मांग समेत अन्य मांगों को लेकर एसटी की हड़ताल करीब 6 महीने से चल रही थी. निगम ने 23 दिसंबर तक ड्यूटी पर आने की अपील की थी। लेकिन ज्यादातर कर्मचारियों ने इससे मुंह मोड़ लिया।
प्रदर्शन कर रहे एसटी कर्मचारियों ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के घर पर हमला किया। उसके बाद पुलिस ने हड़ताली एसटी कर्मचारियों के वकील गुणरत्न सदावर्ते समेत कई कर्मचारियों को गिरफ्तार किया। उसके बाद 118 कर्मचारियों को काम से बर्खास्त कर दिया गया।
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