बिना मास्क पहने यात्रा करने पर रेलवे ने 14500 लोगों पर की कार्रवाई

आम लोगों को लोकल ट्रेन (local train) में यात्रा करने की मंजूरी देने के बाद से ही मुंबई (mumbai) में कोरोना मरीजो की संख्या में वृद्धि हो रही है। जिसके बाद से ही रेलवे ने फिर से लापरवाह यात्रियों पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है।

हालांकि 1 फरवरी से ही यानी जिस दिन से आम लोगों को लोकल ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति दी गई तो उस दिन से 15 फरवरी तक मध्य रेलवे (CEntral railway) और पश्चिम रेलवे (western railway) में बिना मास्क के यात्रा करने वाले 14,500 से अधिक रेल यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

रेलवे ने आम लोगों को पीक ऑवर में छोड़ कर अन्य समय में यानी सुबह 7 बजे से पहले और दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक और शाम 7 बजे के बाद ही यात्रा करने की अनुमति दी है। रेलवे के इस आदेश के बाद लोकल यात्रियों की संख्या में भी वृद्धि हुई।

लेकिन रेलवे द्वारा मास्क पहन कर यात्रा करने के अनिवार्य नियम के बाद भी कई यात्रियो ने लापरवाही दिखाया और बिना मास्क पहने या गलत तरीके से मास्क पहन कर लोकल की यात्रा करते पाए गए।

जिसके बाद से मध्य और पश्चिम रेलवे प्रशासन और BMC भी इन लाापरवाह यात्रियों पर नकेल कसनी शुरू कर दी। साथ ही प्लेटफॉर्म पर, ट्रेनों में बिना मास्क पहने यात्रीयों पर कार्रवाई की गई।

कयात्रियों के पुलों, प्लेटफार्मों और स्टेशनों के प्रवेश द्वारों पर नगर निगम के कर्मचारी तैनात किए गए हैं।

1 फरवरी से 14 फरवरी तक पश्चिमी और मध्य रेलवे उपनगरीय स्टेशनों पर बिना मास्क पहने यात्रा करने वाले कुल 4,618 यात्रियों पर कार्रवाई की गई है। इसमें पश्चिम रेलवे के 2,558 यात्री और मध्य रेलवे के 2,060 यात्री शामिल हैं।

इनमें से पहले दिन पश्चिम रेलवे के 571 यात्री मिले। दोनों मार्गों पर बिना मास्क के यात्रा करने वाले यात्रियों पर 4.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।

पश्चिमी रेलवे में इस समय हर दिन 17 लाख 59 हजार 123 यात्री प्रतिदिन यात्रा कर रहे हैं और मध्य रेलवे में यात्रियों की संख्या 21 लाख तक पहुँच गई है।  लॉकडाउन से पहले, दोनों मार्गों पर प्रतिदिन 80 लाख से अधिक यात्री यात्रा करते थे।

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