प्रवासी कामगारों के लिए एक भी ट्रेन मुंबई से नहीं छूटेगी

केंद्र सरकार के नए आदेश के अनुसार, 4 मई, 2020 से दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को अपने गांवों में जाने की सशर्त अनुमति दे दी गई। इन मजदूरों के लिए रेलवे की तरफ से विशेषरूप से 'श्रमिक एक्सप्रेस' ट्रेनें चलाई जा रही हैं। महाराष्ट्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि मुंबई में कई सारे इलाक़े कॉन्टेन्टमेंट जोन में आते हैं इसीलिए एहतियातन के तौर पर गांव जाने वाली एक भी ट्रेन को मुंबई से नहीं छोड़ा जाएगा।

केंद्र सरकार की अनुमति के बाद प्रवासियों को उनके गांव भेजने के लिए जिला स्तर पर उपाय किए जा रहे हैं। जिसके बाद शनिवार यानी 2 मई को नासिक से लखनऊ जाने के लिए पहली ट्रेन रवाना की गई। इस ट्रेन में कुल 847 मजदूर थे।

तालाबंदी की घोषणा के बाद ऐसे कई मजदूर थे ज मुंबई और उपनगरों से पैदल ही चल कर उत्तर प्रदेश जा रहे थे, तो इन्हें इगतपुरी या नासिक में ही रोक दिया गया। इनके रहने और खाने-पीने का जिम्मा सरकार उठा रही थी। पिछले डेढ़ महीने से ये मजदूर नासिक शहर के विभिन्न आश्रय स्थलों में रह रहे थे।  इन मजदूरों में नींबू पानी बेचने वाले, दूध बेचने वाले, वाडापाव बेचने वाले जैसे लोग शामिल थे। 

नासिक से छूटने वाली ट्रेन इन्हीं सब लोगों को लेकर लखनऊ रवाना हुई।

इसके बाद रविवार 3 मई को भिवंडी रेलवे स्टेशन से 1104 मजदूरों को लेकर एक विशेष ट्रेन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की ओर रात 1 बजे रवाना हुई।

खास बात यह है कि इस ट्रेन की बुकिंग कुछ ही समय में फुुल हो गई थी क्योंकि गांव जाानेे केे लिए श्रमिकों की काफी भीड़ जमा हो गयी थी।

जो मजूदर गांव गए इनमें भोईवाड़ा पुलिस ठाणे से 211, भिवंडी सिटी पुलिस ठाणे से 395, शांतिनगर पुलिस ठाणे से 67, नारपोली पुलिस ठाणे से 422, कोनगांव पुलिस ठाणे से 105 के अलावा भिवंडी के विभिन्न पुलिस स्टेशनों से कुल 1,200 मजदूरों का फॉर्म का चयन किया गया।  हालांकि, 96 मज़दूरों को किसी कारणवश नहीं जाने दिया गया और बाकी सभी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच करके उन्हें छोड़ दिया गया।

इसी कड़ी में नागपुर में भी फंसे कई मजदूरों में से 977 मज़दूरों को लेकर 3 मई शाम 7:30 बजे एक विशेष ट्रेन लखनऊ के लिए रवाना हुई।

 इसमें गढ़चिरौली से 108, चंद्रपुर से 289, भंडारा से 133, वर्धा से 220 और नागपुर से 227 मजदूूूर यात्री शामिल थे।

मुंबई में भी फंसे हुए सैकड़ों की संख्या में मजदूर गांव जाने की बाट जोह रहे हैं। लेकिन सरकार ने स्पष्ट किया है कि मुंबई में कई इलाके कॉन्टेन्टमेंट जोन में हैं, इसलिए खतरे को देखते हुए यहां से एक भी ट्रेन नहीं छूटेगी। 

अगली खबर
अन्य न्यूज़