'2 दिनों के अंदर सभी को लोकल ट्रेंन में यात्रा करने की मिले अनुमति, नहीं तो करेंगे आंदोलन'

आम लोगों को भी लोकल रेलवे (local train) में यात्रा करने की अनुमति देने की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। अनुमति नहीं मिलने के कारण आम लोग के बीच अब रोष पैदा हो रहा है। 

इसी कड़ी में उपनगरीय रेल यात्री एकता महासंघ के अध्यक्ष नंदकुमार देशमुख ने प्रश्सान को चेतावनी देते हुए कहा है कि, अगर अगले 2 दिनों में आम लोगों को भी लोकल ट्रेन (traveling to local train) से यात्रा करने की अनुमति नहीं दी गई तो फिर आंदोलन शुरू किया जाएगा।

नंदकुमार देशमुख ने कहा कि, 'राज्य भर में चरणों में अनलॉक शुरू किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत कई क्षेत्रों को खोला गया और कइयों को ढील दिया गया। और लोकल ट्रेनों में भी लोगों को चरण दर चरण यात्रा करने की अनुमति दी जा रही है, लेकिन अभी तक आम लोगों को इसकी अनुमति नहीं मिली है। इससे आम लोगों का धैर्य अब समाप्त हो चुका है। उनके अंदर गुस्सा पैदा हो रहा है। इसलिए प्रशासन को अब जल्द से जल्द सभी लोगों के लिए रेलवे सेवा को शुरू कर देना चाहिए।

गौरतलब है कि, अभी तक जिन लोगों को लोकल ट्रेंन में यात्रा करने की अनुमति मिल चुकी है उनमें दिव्यांग, पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी, अस्पताल के सभी कर्मचारी, बैंकिंग सेक्टर वाले, प्राइवेट सिक्युरिटी वाले, वकील, मान्यता प्राप्त पत्रकारों के अलावा कुछ अन्य क्षेत्र वाले लोग शामिल हैं। इनमें महिलाएं भी हैं, लेकिन उनके लिए एक निश्चित समय निर्धारित किया गया है।

अब बचे आम लोग, आम लोगों में ऐसे कई लोग हैं, जिनका ऑफिस शुरू हो गया है। तो ऐसे में ये लोग या तो बेस्ट की बसों (best bus) से जा रहे हैं, जिनमें इतनी अधिक भीड़ होती है कि, पैर रखने तक की जगह नही होती, साथ ही कोरोना के भी फैलने की पूरी संभावना होती है। या फिर ऐसे लोग ओला (ola) या उबर (uber) या फिर ऑटो या टैक्सी से आते जाते हैं, जो कि काफी महंगा पड़ता है।

तो फिर आम लोग करें तो करें क्या। इसलिए, अब आम लोग भी मांग कर रहे हैं कि उन्हें भी लोकल ट्रेन से यात्रा करने की अनुमति दी जाए।

अगली खबर
अन्य न्यूज़