अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ओला-उबर चालक हड़ताल पर हैं। सोमवार सुबह 10 बजे से भारत माता टॉकीज से लेकर विधान भवन तक ये मोर्चा निकालने वाले थे, लेकिन पुलिस ने भारत माता टॉकीज के पास ही मोर्चे को रोक लिया और इन्हे आजाद मैदान भेज दिया।
क्या है मामला?
आपको बता दें कि इसके पहले भी ओला-उबर चालकों ने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की थे, लेकिन उस समय राज्य परिवहन मंत्री दिवाकर राउते के हस्तक्षेप के बाद हड़ताल वापस ले लिया गया। लेकिन अब फिर से हड़ताल शुरू हो गयी है। अब ओला-उबर चालकों का कहना है कि इस हड़ताल में सरकार दखल दें। इसीलिए सभी चालक भारत माता टॉकीज से लेकर विधान भवन तक मोर्चा निकालने वाले थे। लेकिन पुलिस ने इस मोर्चे को मंजूरी नहीं दी। गौरतलब है कि आज यानी सोमवार से विधानसभा का शीतकालीन सत्र भी चालू है।
ओला-उबर की हड़ताल रविवार से ही चल रही है, सड़कों पर मात्र 30 फीसदी ही ओला उबर की टैक्सियां मौजूद थीं। कई यात्रियों ने तो अधिक किराया वसूले जाने की शिकायत भी की। हालांकि कंपनी की तरफ से कहा गया कि सभी चालक अपनी मर्जी से हड़ताल में शामिल हैं।