केंद्र सरकार और रेलवे की सबसे महत्तवपुर्ण परियोजनाओं में से एक एमयूटीपी 3 परियोजना के लिए विश्व बैंक ने कर्ज देने से इनकार कर दिया है। मुंबई रेलवे विकास महामंडल ने विश्व बैक से इस प्रोजेक्ट के लिए कर्ज के लिए आवेदन किया था लेकिन विश्व बैक मने इस योजना के लिए कर्ज देने से इनकार कर दिया है। विश्व बैंक के ना कहने के बाद अब एमसुटीपी की कई योजनाएं अधर पर लटक गई है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 30 दिसंबर 2016 को 10,947 करोड़ रुपये में मुंबई रेलवे विकास निगम (MRVC) के MUTP-3 परियोजना को मंजूरी दी थी। इनमें से 6129 करोड़ रुपये ऋण के रूप में और 818 करोड़ रुपये राज्य और केंद्र को 50:50 प्रतिशत देने के लिए मंजूरी बनी थी। हालांकी अब विश्व बैंक ने फंड देने से इनकार कर दिया है। MUTP-2 के लिए विश्व बैंक ने 1,727 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था। कर्ज लेने के बाद काम तो पूरा हुआ लेकिन विश्वबैंक के अधिकारियों ने इस काम से संतुष्टी नहीं दिखाई जिसके कारण इस बार बैंक ने कर्ज नहीं दिया
बैंक के साथ चर्चा शुरु
विश्व बैंक के ना कहने के बाद अब अन्य बैंक एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट बैंक , एशियन डेवलपरमेंट बैंक के साथ भी चर्चा शुरु है।
MUTP-3 परियोजना
पनवेल-कर्जत उपनगरीय मार्ग (28 किमी) - 2782
एरोली-कलवा एडवांस्ड रोड (4 किमी) - 476
विरार-डहानू रोड फोर-लेन (64 किमी) - 3578
वातानुकूलित लोकल (565 कोच) - 3491
रूट क्रॉसिंग कंट्रोल (मध्य रेलवे - 18 स्थान, पश्चिम रेलवे 4 स्थान) - 551
तकनीकी सहायता - 69
कुल खर्च- 10, 947 करोड़
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