भारत रत्न और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर (bhimrao babasaheb ambedkar) के दादर स्थित बंगले 'राजगृह' में कुछ दिन पहले 2 लोगों ने तोड़फोड़ की थी। इस मामले में मुंबई की माटुंगा पुलिस ने कुछ दिन पहले उमेश जाधव नामके एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। उसके बाद बुधवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी अशोक मोरे उर्फ विट्ठल कान्या (20) को कल्याण से अरेस्ट किया है।
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पिछले मंगलवार को बाबासाहेब आंबेडकर के दादर इलाके में स्थित बंगले ‘राजगृह’(rajgrih) में दो लोग घुसे और वहां रखे गमलों को तोड़ डाला, था और उनमें लगे पौधों को तहस नहस कर दिया था। इसके अलावा बंगले में लगे सीसीटीवी और बंगले की खिड़कियां को भी पत्थर मार कर तोड़ दिया था। इसके बाद यह घटना जैसे ही सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचीं, तो हड़कंप मच गया। आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग होने लगी।
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गौरतलब है कि, दादर की हिंदू कॉलोनी स्थित 'राजगृह' बंगला एक दो मंजिला बंगला है, जहां बाबा साहेब की किताबें, चित्र, कलाकृतियां आदि मौजूद हैं। इस बंगले में वंचित बहुजन अघाड़ी केे नेता प्रकाश आंबेडकर (prakash ambedakar) रहते हैं, साथ ही उनकी पत्नी और दो बेटे आनंदराव और भीमराव भी रहते हैं। हमले के समय प्रकाश आंबेडकर अकोला में थे।