Advertisement

Fact check: AIMIM के प्रवक्ता वारिस पठान ने किया लॉकडाउन का उल्लंघन, जानें वीडियो की पूरी सच्चाई

आपको बता दें कि मुंबई लाइव ने यह स्टोरी 4 साल पहले की थी, इस वीडियो का लॉकडाउन से कोई संबंध नहीं है. दरअसल मुंबई लाइव के यूट्यूब चैनल में यह वीडियो 18 नवंबर 2016 में अपलोड किया गया है और वीडियो की लंबाई 55 सेकेंड है।

Fact check: AIMIM के प्रवक्ता वारिस पठान ने किया लॉकडाउन का उल्लंघन, जानें वीडियो की पूरी सच्चाई
SHARES

सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान (waris pathan) एक पुलिस अधिकारी से बहस करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दावा किया गया है कि वारिस पठान लॉकडाउन (lockdown) के दौरान धार्मिक स्थलों को बंद करने के नियम का उल्लंघन कर रहे हैं?

यह वीडियो फेमस वेब पोर्टल मुंबई लाइव (mumbai live) पर अपलोड है जिस पर मुंबई लाइव का लोगो भी है।

लेकिन इस वीडियो को जिस तरह से धार्मिक रंग देने की कोशिश की जा रही है, वह पूरी तरह से गलत है। कई लोगों ने इस वीडियो को शेयर किया है और इसका कैप्शन दिया है कि, लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए श्री वारिस पठान'। तो किसी ने लिखा है कि, 'ये देखो महाराष्ट्र का हाल।'

एक जिम्मेदार चैनल होने के नाते इस वीडियो की पूरी सच्चाई सामने लाने की जिम्मेदारी हमारी है।

आपको बता दें कि मुंबई लाइव ने यह स्टोरी 4 साल पहले की थी, इस वीडियो का लॉकडाउन से कोई संबंध नहीं है. दरअसल मुंबई लाइव के यूट्यूब चैनल में यह वीडियो 18 नवंबर 2016 में अपलोड किया गया है और वीडियो की लंबाई 55 सेकेंड है।

यह वीडियो उस समय का है जब पुलिस बल भायखला इलाके में एक मस्जिद में लगे लाउड स्पीकर को उतरवाने के लिए पहुंची थी। तब वहां के लोगों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी। मौके पर MIM के तत्कालीन विधायक वारिस पठान भी वहां पहुंचे थे और ये तभी का वीडियो है।

वीडियो में पठान एक पुलिस अधिकारी से बहस करते दिखाई दे रहे हैं। वे कह रहे हैं कि,“मैंने कानून का कभी उल्लंघन नहीं किया है। ये लोग शरीफ लोग हैं यहां 40 साल से रह रहे हैं। इनको कोई परेशान नहीं करना। इस मस्जिद में हम लोग नमाज पढ़ रहे हैं 40 साल से। मस्जिद को बंद करने की कोशिश नहीं करना। लाउड स्पीकर को बंद करने की कोशिश नहीं करना और ऐसा रात को जूता पहन के घुसने का... औरतों के रूम में घुसा है, औरतों ने बोला हैं। देखो हम लोग प्यार से बात करते हैं। हम लोग लॉ एंड आर्डर मानने वाले लोग हैं।"

साथ ही पठान पुलिस अधिकारी से बात करने के बाद वहां मौजूद लोगों से बात करते हुए कह रहे हैं कि पुलिस किसी को परेशान नहीं करेगी और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं।

इस वीडियो के वायरल होने और इसे गलत रंग देने पर पठान ने शिकायत भी दर्ज कराई है।

वारिस पठान ने इस बारे में ट्वीट किया है कि “कुछ लोग पांच साल पुराने वीडियो पोस्ट करके इस महामारी में झूठी खबरें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उस समय वहां पुलिस की मौजूदगी में मेरे समय पर हस्तक्षेप के बाद लाउडस्पीकर का मुद्दा सुलझ गया था। तब वहां मौजूद पुलिस वालों ने मेरा आभार माना था।” इस ट्वीट में पठान महाराष्ट्र के गृहमंत्री और महाराष्ट्र साइबर सेल के अधिकारियों से आग्रह करते हैं कि ऐसे फर्जी पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

पड़ताल से जाहिर है कि वायरल वीडियो पुराना है और इसका लॉकडाउन के उल्लंघन से कोई संबंध नहीं है। पुराने वीडियो को गलत तरीके से आधा-अधूरा दिखाकर पेश किया जा रहा है।

मुंबई लाइव आप लोगों से अपील करता है कि इस तरह से कुछ आसमजिक तत्व वीडियो को भ्रामक तरीके से वायरल कर समाज मे भेदभाव बढ़ाने की कोशिश करते हैं, इसीलिए पहले वीडियो की सच्चाई जाने बिना उसे न तो शेयर करें और न ही पोस्ट।

संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें