Yeh Saali Aashiqui Review: दमदार एक्टिंग और सस्पेंस से भरी है वर्धन पुरी की 'ये साली आशिकी'

जब भी बॉलीवुड में विलेन की बात होती है, तो सबसे पहले लोगों के सामने अमरीश पुरी का चेहरा सामने आता है। पर अमरीश पुरी के गुजरने के बाद से इस परिवार से कोई बॉलीवुड में नजर नहीं आया था। पर अब यहां देर आए दुरुस्त आए वाला हाल हो गया है। अमरीश पुरी के पोते वर्धन पुरी ने बॉलीवुड में फिल्म 'ये साली आशिकी' से धमाकेदार एंट्री कर ली है। फिल्म की बेहतरीन स्टोरी लाइन, सधा डायरेक्शन, दमदार एक्टिंग और सस्पेंस दर्शकों को एंटरटेन करने के लिए काफी है। 

साहिल (वर्धन पुरी) होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहा है, वह अपने दोस्त (जेसी लीवर) के साथ रूम शेयर करता है। एक दिन क्लास में मीति (शिवालिका ओबेरॉय) की एंट्री होती है, वह भी साहिल के साथ मैनेजमेंट की पढ़ाई करने आई हुई है। पर पहली नजर में ही साहिल मीति को अपना दिल दे बैठता है। मीति को भी उसके साथ करीब आने में वक्त नहीं लगता। इसके तुरंत बाद ही मीति साहिल को चीट करना शुरु कर देती है। पर प्यार में अंधा साहिल इस गेम को समझ नहीं पाता, साहिल का दोस्त छूट जाता है और वह पागलखाने पहुंच जाता है और इसका कोई जिम्मेदार है तो उसका प्यार मीति। अब साहिल मीति स बदला कैसे लेगा इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी। फिल्म के सेकंड हाफ में बहुत कुछ सस्पेंस हैं जो आपकी दिल की धड़कन को बढ़ाता रहेगा। 

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वर्धन पुरी को उनके दादा अमरीश पुरी से कंपेयर करना तो गलत होगा, पर उन्होंने अपनी पहली फिल्म से ही साबित कर दिया है कि वे लंबी रेस के घोड़ा हैं। साथ ही शिवालिका भी अपनी एक्टिंग से दंग करती नजर आई हैं। फिल्म में जॉनी लीवर के बेटे जेसी लीवर भी हैं, वे अपने पिता की खासी याद दिलाते हैं। 

चिराग रूपारेल डायरेक्शन में नए हैं, पर आपको पूरी फिल्म में ऐसा ऐहसास नहीं होगा कि डायरेक्शन नया है। उनका सधा हुआ डायरेक्शन फिल्म में चार चांद लगाता है। पर फिल्म का फर्स्ट हाफ थोड़ा कमजोर नजर आया है, उसे थोड़ा और मजबूत किया जा सकता था। साथ ही फिल्म के म्यूजिक में भी थोड़ा और अच्छा करने की गुंजाइश थी। 

अगर आपको रोमांटिक, सस्पेंस-थ्रिलर फिल्म देखने का शौख है तो यह फिल्म आपके लिए ही है। साथ ही अगर आप अमरीश पुरी के फैन रहे हैं तो यह फिल्म आपको उनकी भी याद दिलाएगी। 

रेटिंग्स: 3.5/5 

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