राज्य में आठ महीनों में 3.41 लाख जाति वैधता प्रमाण पत्र बांटे गए

डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (BARTI), पुणे द्वारा विकसित एक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से जाति प्रमाण पत्र सत्यापन प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया गया है। BARTI के महानिदेशक सुनील वारे ने बताया कि ज़िला जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति द्वारा जनवरी 2025 से अगस्त 2025 तक राज्य में 3 लाख 41 हज़ार 973 छात्रों को जाति वैधता प्रमाण पत्र वितरित किए जा चुके हैं।(3.41 lakh caste validity certificates distributed in the state in eight months)

ज़िला जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति को आवेदन जमा करना आवश्यक

सरकार ने इस प्रक्रिया को और अधिक आसान और पारदर्शी बनाने के लिए विभिन्न सुविधाएँ उपलब्ध कराई हैं। महाराष्ट्र अनुसूचित जाति, जनजाति, बेरोजगार जातियाँ, आईएमएडब्ल्यू और वीआईएमएपीआर (जाति प्रमाण पत्र जारी करने और सत्यापन का विनियमन) अधिनियम, 2000 और नियम 2012 के तहत, आवेदकों को ज़िला जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति को आवेदन जमा करना आवश्यक है। समितियाँ आवश्यक दस्तावेजों की जाँच करती हैं और यदि कोई त्रुटि हो तो मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।

ऑनलाइन पोर्टल पर पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन

डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (BARTI), पुणे द्वारा विकसित ऑनलाइन पोर्टल पर पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन शुरू की गई है। इसमें आवेदन जमा करना, ट्रैकिंग, त्रुटियों का ऑनलाइन सुधार, सेवा शुल्क का भुगतान, डिजिलॉकर और ईमेल के माध्यम से प्रमाण पत्र प्राप्त करना, सचित्र मार्गदर्शन और 24x7 हेल्पलाइन जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हैं।

36  जिलों में जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति 

BARTI के महानिदेशक राज्य में 36 जिला जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समितियों के मुख्य समन्वयक के रूप में कार्यरत हैं और ये समितियाँ अनुसूचित जनजातियों को छोड़कर सभी जातियों के जाति सत्यापन के लिए उत्तरदायी हैं।

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