समूह प्रतिरक्षा के लिए टीकाकरण आवश्यक - राजेश टोपे

गढ़चिरौली जिले (Gadhchiroli) के आदिवासियो की कोरोना टीकाकरण में भागीदारी के लिए 'प्रोजेक्ट मुंबई' द्वारा पहल की गई है।  संगठन द्वारा जागरूकता के साथ-साथ नागरिकों को जागरूक कर टीकाकरण (Vaccination)  अभियान को सफल बनाने का प्रयास किया जाएगा।  इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh tope) की मौजूदगी में जिला कलेक्टर गढ़चिरौली और प्रोजेक्ट मुंबई संस्था के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

इस मौके पर प्रोजेक्ट मुंबई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिशिर जोशी, गढ़चिरौली के जिला कलेक्टर दीपक सिंह, सर्च इंस्टीट्यूट के ट्रस्टी डॉ. आनंद बंगा, डॉ. हर्ष वशिष्ठ आदि मौजूद थे।

गढ़चिरौली जिले के आदिवासी भाई कोरोना की वैक्सीन लेने से कतरा रहे हैं। टीकाकरण को लेकर फैली भ्रांतियों को इस क्षेत्र में टीकाकरण अभियान को पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। इसलिए प्रोजेक्ट मुंबई इस क्षेत्र में जागरूकता पैदा करने और परामर्श के माध्यम से टीकाकरण में भाग लेने का प्रयास करेगा।  इसके लिए गढ़चिरौली जिला प्रशासन उन्हें जरूरी मदद मुहैया कराएगा.  आरोग्य स्वराज्य योजना इस समय कोरोना को नियंत्रित करने और गांवों को स्वास्थ्य सक्षम बनाने के लिए शुरू की गई थी।

इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए टीकाकरण एक महत्वपूर्ण हथियार है और सामूहिक टीकाकरण में सामूहिक रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होने में समय लगता है।  विश्व स्तर पर भी, उन देशों में जहां टीकाकरण अधिक है, तृतीयक तरंगों की घटना कम है।  इसलिए टीकाकरण प्रभावी है और गढ़चिरौली में आदिवासी भाइयों को परामर्श देते समय उन्हें टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाना चाहिए।

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