महाराष्ट्र सरकार ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने मंगलवार को महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना (MJPJAY) और आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के महत्वपूर्ण विस्तार को मंज़ूरी दे दी।
बीमारियों की संख्या को बढ़ाया गया
दोनों राज्यों की स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के अंतर्गत आने वाली बीमारियों और चिकित्सा प्रक्रियाओं की संख्या 1,356 से बढ़कर 2,399 हो जाएगी। यह निर्णय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में लिया गया।इस निर्णय का उद्देश्य राज्य के पात्र नागरिकों के लिए लगभग सभी बड़ी और पुरानी बीमारियों को मुफ़्त या कैशलेस उपचार के दायरे में लाना है। कवर की जाने वाली चिकित्सा विशेषज्ञताओं की संख्या भी 34 से बढ़कर 38 हो जाएगी।
गरीबी रेखा के नीचे रहनेवाले परिवारो को मिलेगा लाभ
अधिकारियों ने कहा कि इस निर्णय से कम आय वाले परिवारों के लिए चिकित्सा खर्च में उल्लेखनीय कमी आने और सरकारी सब्सिडी वाली स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच बढ़ने की उम्मीद है।यह विस्तार सरकार द्वारा नियुक्त एक तकनीकी समिति द्वारा विस्तृत समीक्षा के बाद किया गया है जो राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत उपचार पैकेजों का मूल्यांकन करती है।
कई सुविधाएं पैनल मे शामिल असपतालो मे मुफ्त मे होगी शामिल
समिति की सिफ़ारिशें राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) के मानदंडों के अनुरूप थीं और बाद में नियामक परिषद और अंततः राज्य मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित की गईं।अधिकारियों के अनुसार, विस्तारित दायरे के साथ, महंगी और जटिल प्रक्रियाएँ भी, जो पहले कई लोगों के लिए वहनीय नहीं थीं, अब पैनल में शामिल अस्पतालों में मुफ़्त उपलब्ध होंगी।
कुल 2,399 स्वीकृत उपचारों में से 223 केवल सरकारी अस्पतालों के लिए आरक्षित होंगे। इस उपाय का उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का उपयोग बढ़ाना और महाराष्ट्र के स्वास्थ्य सेवा ढाँचे को मज़बूत करना है।
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