राज्य चुनाव आयोग ने नगर पंचायतों और नगर परिषदों के चुनावों की घोषणा कर दी है। ये चुनाव ईवीएम से होंगे। विपक्ष मतदाता सूची में संशोधन की मांग कर रहा है, जबकि आयोग ने चुनाव की घोषणा कर दी है। इसके बाद विपक्ष इसकी आलोचना कर रहा है। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करके इसकी आलोचना की।
"चुनाव आयोग सिर्फ़ संविधान में ही स्वतंत्र"
मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि किसी ने मुझे चुनाव आयोग की आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस की एक क्लिप भेजी। उस वीडियो क्लिप को देखने के बाद मेरा दिमाग घूम गया। अब मुझे 100% यकीन हो गया है कि चुनाव आयोग सिर्फ़ संविधान में ही स्वतंत्र है। यह सत्ताधारी दल की कठपुतली है। उन्होंने यह सवाल उठाया। 'अगर चुनाव आयोग इन सब पर एक भी सवाल पूछने पर एक भी जवाब नहीं देता या देना नहीं चाहता, तो आपका क्या फ़ायदा?'
ज़िम्मेदारी से नहीं बच सकता चुनाव आयोग!
'आप पहले ही ज़िम्मेदारी से बच चुके हैं। अब आप ज़िम्मेदारी से इनकार करेंगे, तो आपके पद का क्या होगा? महाराष्ट्र के लोगों को यह वीडियो क्लिप ज़रूर देखनी चाहिए। आपको पता चल जाएगा कि आपके वोट का अपमान कहाँ से होता है।' उन्होंने यह भी कहा कि वे उन पत्रकारों को बधाई देते हैं जिन्होंने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवाल उठाए और चुनाव आयोग का मज़ाक उड़ाया।
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