बीएमसी चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति तेज़ कर दी है। इसी सिलसिले में बीजेपी ने एक 19 सदस्यों की एहम कमेटी का गठन किया है, जिसमें शहर के वरिष्ठ और सक्रिय नेताओं के साथ मुुंबई के विधायक भी शामिल किया गया है। (BJP new committee for BMC elections Haji Arafat Sheikh is the only Muslim face)
सूची में अकेले मुस्लिम प्रतिनिधि
इस कमेटी की खास बात यह है कि इसमें मुस्लिम नेता हाजी अरफ़ात शेख को भी शामिल किया गया है। हाजी अरफ़ात न सिर्फ़ महाराष्ट्र बीजेपी के एक तेज़तर्रार नेता हैं, बल्कि इस सूची में अकेले मुस्लिम प्रतिनिधि भी हैं। उनकी नियुक्ति को पार्टी की "सबका साथ, सबका विकास" नीति का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, हाजी अरफ़ात शेख को मुस्लिम बहुल इलाकों में संवाद और जनसंपर्क को मज़बूत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के साथ भी किया काम
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी अब मुंबई में सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की रणनीति पर काम कर रही है। वहीं हाजी अरफ़ात की सक्रियता और ज़मीनी पकड़ को देखते हुए यह जिम्मेदारी सौपी गई है , हाजी अरफ़ात शेख ने जिस तरह से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना में राज ठाकरे और शिवसेना में उद्धव ठाकरे के साथ काम किया है उनके इस अनुभव को और जमनी पकड़ का फायदा बीजेपी को होगा जिसे देखते हुए एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
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