क्या अब भी सोनिया गांधी के हाथों होगा राणे के अस्पताल का उद्घाटन ?

महाराष्ट्र के राजनीतिक दायरे में और मीडिया की दुनिया में भी अपनी पार्टी, कांग्रेस से नाराज नारायण राणे सुर्खियों में रहें। नारायण राणे और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बीच चर्चा हुई भी या नहीं? अगर चर्चा हुई तो कुछ तय हुआ? बेबाक राणे क्या छुपा रहे हैं? और क्यों? जब सवालों के पतंग आकाश की उंचाइयों को छुना चाह रहे हैं, तब हम यानि ‘मुंबई लाइव’ आप तक खबरों के पीछे छुपी खबर पहुंचाना चाहते हैं। नारायण राणे के विधायक पुत्र नितेश राणे अहमदाबाद दौरे पर अपने पिता के साथ मौजूद थे। नितेश ने कहा, “हमारी अहमदाबाद यात्रा का मकसद सिंधुदुर्ग में बन रहे अस्पताल को लेकर जरुरी जानकारी लेना था।” लेकिन, नितेश राणे के वक्तव्य पर किसी ने खास ध्यान नहीं दिया। नितेश का वक्तव्य सत्यवचन भी नहीं और पूरा असत्य भी नहीं। नारायण राणे कोकण के महत्त्वपूर्ण जिला सिंधुदुर्ग में एक अतिआधुनिक अस्पताल बना रहे हैं। अस्पताल का निर्माणकार्य अंतिम चरण में हैं। जल्द ही इस अस्पताल का औपचारिक उद्घाटन होगा। जानते हैं किसके हाथों? नारायण राणे के बनाए अस्पताल का उद्घाटन कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी करेंगी। नारायण राणे अपनी विद्यमान पार्टी की आलाकमान को बाकायदा न्यौता भी दे चुके हैं और सोनिया इस निमंत्रण को स्वीकार भी चुकी हैं। सेहत खराब होने के चलते भी अगर सोनिया इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाई तो इसका सीधा संबंध राणे की पार्टी के प्रति नाराजगी से जोड़ा जाएगा।

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होटल कारोबार में राणे परिवार अपना सिक्का जमा चुका है। यह बात छिपी नहीं हैं कि, कोकण में बननेवाला अस्पताल राणे का ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ है। राज्य में कांग्रेस के सत्ताकाल में मंत्रिपद पर आसीन रहे नारायण राणे अपने अस्पताल को दुनिया का बेहतरीन अस्पताल बनाने के लिए अपने पुत्रों के साथ देश-विदेश की यात्राएं भी कर चुके है ताकि, अतिआधुनिक तकनीकी और मेडिकल की दुनिया में नए अविष्कारों से खुद को अवगत कर सकें। अस्पताल निर्माण अपने अंतिम चरण में है। लेकिन, अभी भी कुछ जरुरी सरकारी परमिशन मिलना बाकी है। सूत्रों की माने तो, रास्ते का गतिरोध हटाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व का भी सहयोग जरुरी है। राणे को इसी सहयोग की दरकार है। अब यह बात और है कि, मुख्यमंत्री, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और स्वयं नारायण राणे इस बात से हामी नहीं भरेंगे। राणे के अहमदाबाद दौरे में उनके बीजेपी प्रवेश की संभावना को टटोलकर देखा गया होगा यह संभावना है, तो इस संभावना से भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि, बैठक में राणे के अस्पताल से जुड़ी बातों पर चर्चा हुई, जो दावा नितेश कर रहे हैं।

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फिलहाल नारायण राणे अपनी महत्त्वपूर्ण इनिंग्ज के लिए तैयार हो रहे हैं। राणे अगर पार्टी छोड़ते भी हैं तो भी यह सवाल बचता है कि, कोकण में राणे के अतिआधुनिक अस्पताल का उद्घाटन किनके करकमलों से होगा? उद्घाटन समारोह में निमंत्रण पत्र पर प्रमुख अतिथि के रुप में किसका नाम छपा होगा? इसका जवाब साक्षात ‘नारायण’ के पास ही होगा।

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