मुंबई में मॉनसून आने में अब कुछ ही समय बचा रह गया है,
जिसे देखते हुए बीएमसी
मुंबई को बाढ़ से बचाने के लिए समय सभी सड़कों पर गड्ढों को भरने और शहर के सभी बड़े नालों पर 70%
काम पूरा करने के लिए 31
मई की समय सीमा तय की है।
पुलिस विभाग,
रेलवे, BMC, BEST, MHADA, MMRDA, भारतीय नौसेना, PWD, मौसम विभाग और NDRF
अधिकारियों की एक बैठक के दौरान शुक्रवार को यह निर्णय लिया गया।
बीएमसी कमिश्नर
प्रवीण परदेशी ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि मानसून के कारण नागरिकों को किसी भी तरह की गड़बड़ी का सामना न करना पड़े। आयुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों पर अतिक्रमण को आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005
के साथ निपटाया जाए और मानसून से पहले साफ किया जाए। परदेशी ने बीएमसी कर्मचारियों को जर्जर इमारतों,
सड़क और रेल यातायात के सुचारू प्रवाह,
अतिक्रमणों को हटाने और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने का आदेश दिया है।
बीएमसी का दावा
बीएमसी ने दावा किया है कि 15
मई तक उन्होंने प्रमुख नालों से
2.44
लाख टन 3.49
टन गाद और मामूली नाले से 2.13
टन
3.09
टन गंदगी साफ की है।
बीएमसी ने सी 1
श्रेणी की 398
इमारतों को भी खतरे के लिस्ट में डाला है जिन्हें खाली करने की आवश्यकता है।