मुंबई में हॉकर नीति के कार्यान्वयन के लिए हॉकर्स और हॉकर्स जोन का निर्धारण करने के लिए नागरिकों द्वारा आपत्तियां और सुझाव मांग गए थे, जिसकी समय सीमा समाप्त हो गई है। फेरीवाला जोन पर सिर्फ 1700 लोगों ने अपनी आपत्तियां और सुझाव दिये है। इन आपत्तियों और सुझावों का सत्यापन शुरू हो चुका है और अगले सप्ताह में आपत्तियों और सुझावों को स्वीकार किया जाएगा।
फेरीवाला नीति को लागू करने के लिए, निगम ने एक डॉकर्स जोन बनाया है। इन हॉकर्स जोन में 22 हजार फेरीवालों को बैठाया जा सकता है। लेकिन अब बीएमसी ने 85 हजार फेरीवालो को बैठाने के लिए एक निती तैयार की थी, जिसके लिये लोगों से सुझाव और आपत्तियां दर्ज कराने के लिए कहा गया था। 31 जनवरी को समाप्त हो गई थई जिसे 15 दिनों के लिए और बढ़ा दिया गया था। तदनुसार, अंतिम तिथि 15 फरवरी को समाप्त हुई। लेकिन इस अवधि के दौरान, ई-मेल के माध्यम से लगभग 1700 आपत्तियां और सुझाव दर्ज हुए। उपायुक्त (विशेष) निधी चौधरी ने इसकी जानकारी दी।
लोगों द्वारा प्राप्त आपत्तियों और सुझावों का सत्यापन वर्तमान में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मदद से चल रहा है। उन्होंने कहा कि काम अगले सप्ताह के भीतर समाप्त किया जाएगा और आपत्तियों और निर्देशों का विवरण स्वीकार कर लिया गया है।